कृषि विश्वविद्यालय परिसर में शुरू होगा केंद्रीय विद्यालय

जनपद वासियों की वर्षों पुरानी मांग पूरी होगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय विद्यालय स्थापना के लिए कृषि विश्वविद्यालय परिसर में 8 एकड़ जमीन देने के लिए हरी झंडी दे दी है। इससे लोगों की केंद्रीय विद्यालय की सौगात पूरी होगी...

कृषि विश्वविद्यालय परिसर में शुरू होगा केंद्रीय विद्यालय
कृषि विश्वविद्यालय परिसर में शुरू होगा केंद्रीय विद्यालय

  • बरसों पुरानी मांग अब होगी पूरी, शासन ने दी मंजूरी

केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों के लिए विशेष सुविधाओं वाले केंद्रीय विद्यालय की चित्रकूट धाम मंडल मुख्यालय बांदा में स्थापना के लिए कई वर्षों से कवायद चल रही है।शासन से इसे मंजूरी मिल चुकी है लेकिन जमीन के अभाव में और शर्तों में उलझी फाइल को निस्तारित करने में बरसो लग गए । अंततः  अब लोगों को सौगात मिलने वाली है क्योंकि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन मुहैया करा दी है। इसकी घोषणा कल उन्होंने कर दी है।

यह भी पढ़ें : बांदा : कोरोना का शहरी इलाके में अटैक, 10 संक्रमित

इस बारे में जानकारी देते हुए कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ यू.एस.गौतम  ने बताया कि हमारे द्वारा कृषि विश्वविद्यालय में केंद्रीय विद्यालय खोलने की अनुमति पहले ही दे दी गई थी लेकिन शासन द्वारा स्वीकृति न मिलने से विद्यालय स्थापित करने में बाधा आती रही।इधर जिला अधिकारी बांदा द्वारा  इस बारे में पहल करने पर केंद्रीय विद्यालय की टीम सर्वे करने आई थी। उन्हें जमीन दिखाई गई ,टीम के सामने ही 8 एकड़ जमीन की पैमाइश कराई गई और फिर अनुमति लेने के लिए शासन को भेजा गया था। उन्होंने बताया कि मैंने खुद भी मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से इस बारे में व्यक्तिगत निवेदन किया था। साथ ही यह भी बताया था कि जब तक भवन का निर्माण नहीं होता तब तक विश्वविद्यालय अपना कोई भी भवन विद्यालय संचालित करने के लिए दे सकता है। अब शासन द्वारा मंजूरी मिल जाने से जल्दी ही कृषि विश्वविद्यालय परिसर में केंद्रीय विद्यालय की शुरुआत हो जाएगी। इस विद्यालय के बन जाने से बांदा वासियों,जिले के अंतर्गत विभिन्न संस्थानों में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों के बच्चों को  एवं कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के बच्चे भी पढ़ाई कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें : रेहड़ी-पटरी दुकानदारों के लिए केन्द्र सरकार की ये नई योजना कारगर है, सरकार ने अब किया है ये बदलाव

इस बारे में जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद सिंह ने बताया कि अभी उन्हें शासन द्वारा जमीन स्वीकृत होने की अधिकृत जानकारी नहीं मिली है, जैसे ही उन्हें इस बारे में कोई आदेश प्राप्त होगा कार्रवाई आगे बढ़ाएंगे। उन्होने बताया  कि बांदा में वर्ष 2019-20 में केंद्रीय विद्यालय की स्वीकृति मिली थी। भवन न तैयार होने तक पचनेही गांव के पंडित दीनदयाल राजकीय मॉडल इंटर कालेज में अस्थायी रूप से केंद्रीय विद्यालय संचालित किए जाने की अनुमति शासन से मांगी गई थी।इस अस्थाई भवन पर विद्यालय चलाने की शासन द्वारा मंजूरी मिल गई है लेकिन इस संबंध में केंद्रीय विद्यालय ने शर्तों के साथ जमीन मांगी थी। इसके तहत व विद्यालय की दूरी शहर से ज्यादा दूर न हो और एक ही स्थान पर 8 -10 एकड़ जमीन होनी चाहिए। पचनेहीं के आसपास एक साथ आठ 10 एकड़ जमीन नहीं मिली। इस बात की जानकारी भी केंद्रीय विद्यालय को भेज दी गई थी साथ ही  मॉडल स्कूल में अस्थाई रूप से विद्यालय चलाने की अनुमति केंद्रीय विद्यालय से मांगी गई है ।अभी तक स्वीकृति न मिलने से मामला लंबित था।

यह भी पढ़ें : खतरनाक ​'​टेबलटॉप​'​ रनवे ने ली 16 लोगों की जान... जानिये, क्यों कहा गया इसे खतरनाक?

What's Your Reaction?

like
0
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
0