जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश के 60 हजार गांवों में शुरू हो जाएगा जल आपूर्ति कार्य
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय को ‘जल जीवन मिशन’ को लागू करने के लिए अपनी ‘वार्षिक कार्य योजना’ (एएपी) वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये पेश की..
लखनऊ,
- वीडियो कांफ्रेंस के जरिये केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय को जल जीवन मिशन को लागू करने के लिए यूपी सरकार ने पेश की कार्य योजना
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय को ‘जल जीवन मिशन’ को लागू करने के लिए अपनी ‘वार्षिक कार्य योजना’ (एएपी) वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये पेश की। इसमें मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 के लिए राज्य में पेयजल के नल कनेक्शन उपलब्ध कराने संबंधी विवरण दिया गया है।
समीक्षा के दौरान राष्ट्रीय समिति ने सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 78 लाख नल कनेक्शन देने पर विचार करें, जिसे राज्य ने स्वीकार कर लिया। उत्तर प्रदेश ने यह भी फैसला किया कि वह इस वित्त वर्ष में अपने पांच जिलों के प्रत्येक ग्रामीण घर में नल कनेक्शन पहुंचा कर इन जिलों को ‘हर घर जल’ बना देगा तथा 60,000 गावों में जल-आपूर्ति संबंधी कार्य दिसंबर 2021 के अंत तक शुरू हो जाएंगे।
यह भी पढ़ें - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों के लिए हेल्पलाइन शुरू की
- ‘जल जीवन मिशन’ के तहत उप्र में उपलब्ध कराएगा 78 लाख नल जल कनेक्शन
उत्तर प्रदेश में लगभग साढ़े 97 हज़ार गावों में 2.63 करोड़ परिवार रहते हैं, जिनमें से अब तक 31.76 लाख (यानि 12 प्रतिशत) के घरों में पीने के पानी का नल कनेक्शन उपलब्ध करा दिया गया है। पिछले वित्त वर्ष में राज्य ने 19.15 लाख नल कनेक्शन उपलब्ध कराए थे। उत्तर प्रदेश द्वारा इस वित्त वर्ष में 59 लाख, 2022-23 में 85.40 लाख और 2023-24 में 90.01 लाख नल जल कनेक्शन दिए जाने की योजना है।
15 अगस्त 2019 के दिन ‘जल जीवन मिशन’ की घोषणा के बाद से इन 23 महीनों में उत्तर प्रदेश ने लगभग 26.63 लाख ग्रामीण घरों में नल जल कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं। इसके अलावा राज्य के लगभग 3,500 गांव ‘हर घर जल’ घोषित किए गए हैं, यानि इन गावों के हर घर में पीने का शुद्ध जल नल कनेक्शन से मिलने लगा है।
राज्य ने इस वर्ष सितंबर तक 10 हज़ार अन्य गावों को भी ‘हर घर जल’ बनाने की योजना बनाई है। ‘कोई छूट न जाए’ के सिद्धान्त पर आधारित जेजेएम की नीतियों से यह सुनिश्चित किया जाता है कि गरीब से गरीब तथा कमजोर और पिछड़े वर्ग के लोगों, जिन्हें अब तक नज़रअंदाज़ किया जाता रहा था, उनके घर पर भी नल जल कनेक्शन बिना देरी के लगे।
यह भी पढ़ें - कानपुर में बिना नम्बर प्लेट की कार चला रहे दारोगा का पांच हजार का कटा चालान
हि.स