डॉ. हीरा लाल ने महोबा में कृषि, जल प्रबंधन योजनाओं और एग्रीटूरिज्म को बढ़ावा देने की दी सीख

डॉ. हीरा लाल ने महोबा में कृषि और जल प्रबंधन योजनाओं का निरीक्षण, अधिकारियों को सुधारात्मक कदम उठाने की दी चेतावनी

डॉ. हीरा लाल ने महोबा में कृषि, जल प्रबंधन योजनाओं और एग्रीटूरिज्म को बढ़ावा देने की दी सीख

महोबा : जनपद महोबा में डॉ. हीरा लाल, अध्यक्ष एवं प्रशासक ग्रेटर शारदा ने विभागीय कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आशियाना बायो एनर्जी फॉर्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड (FPO) के कार्यों का भी अवलोकन किया, जहां मैनेजिंग डायरेक्टर महेश कुमार वर्मा ने कंपनी द्वारा कृषि क्षेत्र में किसानों के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था 14 से अधिक विशिष्ट उत्पाद तैयार करती है, जिनमें कोई रासायनिक सामग्री का प्रयोग नहीं होता। महेश कुमार वर्मा का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक तकनीकों के माध्यम से उत्पादों का निर्माण करना और इन्हें जनता तक पहुँचाना है। डॉ. हीरा लाल ने इस सराहनीय कार्य की खुले कंठ से प्रशंसा की और इसे एग्रीटूरिज्म के रूप में बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया।

डॉ. हीरा लाल ने प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना-2.0 के अंतर्गत जनपद महोबा के चरखारी और कुल्पहाड़ में डब्ल्यूडीसी-1 व 2 परियोजना क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उप निदेशक (कृषि), परियोजना प्रबंधक और भूमि संरक्षण अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में 200 से अधिक किसानों और कई गांव के प्रधानों ने भाग लिया। किसानों द्वारा उठाई गई समस्याओं को ध्यान से सुना गया और मौके पर ही विभागीय अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए उन्हें कार्यों को सही तरीके से अंजाम देने का आदेश दिया।

कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि समेकित जल प्रबंधन कार्यक्रम के तहत चल रही WDC-1 और WDC-2 योजनाओं का उद्देश्य कृषि योग्य क्षेत्रफल में वृद्धि, भूमि के कटाव से बचाव, जल संरक्षण, महिला समूहों में उद्यमिता विकास, पशुपालन एवं दुग्ध विकास, फलोत्पादन, और फसलों की उत्पादकता में वृद्धि करना है। इस योजना के माध्यम से स्थानीय सुविधाओं का विकास और ग्रामीण जीवन स्तर में सुधार भी सुनिश्चित किया जा रहा है।

डॉ. हीरा लाल ने अधिकारियों को भारत सरकार द्वारा जारी नवीनतम वाटरशेड विकास परियोजना (WDC-PMKSY 2.0) के गाइडलाइन्स के अनुसार कार्य करने का आदेश दिया। उन्होंने क्षेत्र में कराए गए कार्यों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करने की दिशा में कदम उठाने की सलाह दी।

डॉ. हीरा लाल ने महोबा-1 इकाई के अर्जुन सहायक परियोजना के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि कुलावा संख्या-11 में पानी संग्रहित हो रहा है, लेकिन मुख्य नहर कबरई के 10 किलोमीटर तक सफाई नहीं की गई है और नहर के कई हिस्सों में पानी लीकेज की समस्या है। इस पर उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए नहर की सफाई और मरम्मत कार्य शीघ्रता से कराने का आदेश दिया।

इस निरीक्षण यात्रा ने महोबा और हमीरपुर जनपदों में कृषि, जल प्रबंधन और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में सुधार की दिशा में नई गति प्रदान की है।

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