मास्क लगाने के बाद आपके भी चश्में में जमती है वाष्प तो ये उपाय करें
बरसात के मौसम में चश्मा इस्तेमाल करने वाले लोगों को चेहरे पर मास्क लगाने में खासी परेशानी होती है। इसका कारण है कि मास्क लगाने के बाद चश्मे पर वाष्प जम जाती है और यह दृश्यता को प्रभावित करती है...
गाजियाबाद
दोपहिया पर चलने वालों को तो इस स्थिति से खासतौर पर सावधान रहने की जरूरत है, नहीं तो हादसे का शिकार हो सकते हैं। इसके लिए सबसे सस्ता और सुंदर उपाय यह है कि घर में बना सूती कपड़े का मास्क इस्तेमाल करें। उसकी बनावट इस प्रकार की होनी चाहिए कि नाक पर रहने वाला हिस्सा वी आकार का हो और नाक पर एकदम फिट बैठे। पहले मास्क पहनें और फिर चश्मा इस प्रकार लगाएं कि मास्क उसके फ्रेम से दबा रहे। यकीन मानिए, चश्मे पर जमा होने वाली वाष्प आपको परेशान नहीं करेगी।
यह भी पढ़ें : केन्द्र ने राज्यों को दिए 1.28 करोड़ पीपीई और तीन करोड़ मास्क
संयुक्त जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. संजय तेवतिया ने कहा कि दरअसल, बरसात में बाहर का तापमान गिरने और हमारी सांस के जरिए बाहर आने वाली हवा का तापमान अधिक होने से चश्मे पर वाष्प जमा होने की समस्या होती है। नाक और मास्क की सतह के बीच में रास्ता मिलने से, जो सांस हम छोड़ते हैं वह सीधे ऊपर की ओर जाकर चश्मे के लेंस से टकराती है।
इसका एक दूसरा समाधान यह भी हो सकता है कि मास्क सिलते समय नाक पर आने वाले हिस्से में कॉलर के बुकरम की तरह एक वी आकर की क्लिप डाल दी जाए। इससे मास्क नाक पर एकदम फिट हो जाएगा। इससे न तो चश्मे के लेंस पर वाष्प की समस्या आएगी और न ही प्रदूषित हवा के सांस के साथ आपके श्वसन तंत्र में जाने का खतरा रहेगा।
यह भी पढ़ें : इस्तेमाल की गयी पीपीई किट से 2 दिन तक रहता है कोरोना संक्रमण का पूरा खतरा
मास्क और नाक के बीच खुली जगह न रहे, इसके लिए एक आसान उपाय और हो सकता है। टिशु पेपर को मोड़कर पट्टी के आकार में बना लें, और मास्क लगाने से पहले उसे इस तरह से नाक पर रख लें कि मास्क के ऊपरी किनारे के साथ सटकर बार्डर का काम करें। टिशु पेपर सांस की गर्म हवा को सीधे चश्मे के लेंस पर नहीं जाने देगा और चश्मे पर वाष्प की समस्या से आपको दो-चार नहीं होना पड़ेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एन.के. गुप्ता कहते हैं कि संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। बिना मास्क लगाए घर से बाहर कतई न निकलें। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए रामबाण हैं। कोरोना काल के चलते अब मास्क एक जरूरी एसेसरीज बन गया है। रूमाल की तरह अब मास्क को लाइफ स्टाइल बना लीजिए।
यह भी पढ़ें : योगी सरकार ने कोरोना मरीजों के लिए आइवरमेक्टिन टेबलेट को दी मंजूरी
यह कितने दिन और पहनना पड़ेगा? ऐसा सोचना बिल्कुल छोड़ दीजिए। जब मास्क को आप अपनी लाइफ स्टाइल का अहम हिस्सा मान लेंगे तो इससे जुड़ी तमाम दिक्कतें भी खुद-ब-खुद कम होने लगेंगी, और आने वाला समय ऐसा होगा कि आपको बिना मास्क के घर से बाहर निकलना अच्छा ही नहीं लगेगा। आए दिन होने वाले संक्रमण और बढ़ते प्रदूषण को देखकर तो यही लगता है। मास्क इन दोनों ही समस्याओं से कवच की तरह आपकी रक्षा करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार