उत्तर प्रदेश में कोरोना की प्रतिदिन जांच की संख्या पहली बार 26 हजार के पार

कोरोना संक्रमण की रफ्तार रोकने को योगी सरकार प्रतिदिन ज्यादा से ज्यादा नमूनों की जांच पर जोर दे रही है, जिससे समय रहते लोगों में कोरोना का पता चलने पर उन्हें त्वरित व बेहतर इलाज से ठीक किया जा सके। इस कड़ी में प्रदेश के स्वास्थ्य महकमे ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल की। राज्य में मंगलवार को पहली बार प्रतिदिन होने वाली कोरोना जांच की संख्या 26 हजार के पार पहुंच गई। 

उत्तर प्रदेश में कोरोना की प्रतिदिन जांच की संख्या पहली बार 26 हजार के पार
Corona Testing

लखनऊ, (हि.स.)

अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को रिकार्ड 26,489 कोरोना नमूनों की जांच की गई। इससे पहले सोमवार को प्रदेश में 21,414 कोरोना नमूनों की जांच की गई। वहीं रविवार को अभी तक की सर्वाधिक 22,378 नमूनों की जांच की गई थी। लेकिन, अब उसे भी पीछे छोड़ दिया गया है। वहीं अब तक प्रदेश में कुल 7,54,282 कोरोना नमूनों की जांच हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जून के अन्त तक प्रदेश में 25,000 जांच क्षमता लक्ष्य ​दिया था, जिसे स्वास्थ्य महकमे ने सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। 

अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य के मुताबिक हमने शून्य से शुरुआत की। पहले पांच कोरोना परीक्षण राजधानी की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में विगत 02 फरवरी को किए गए और फिर पुष्टि के लिए नमूने एनआईवी पुणे भी भेजे गए। लेकिन, इसके बाद प्रदेश ने क्रमवार जांच क्षमता में इजाफा करते हुए बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अब प्रदेश में 25 सरकारी तथा 17 निजी प्रयोगशालाएं टेस्टिंग कार्य के लिए उपलब्ध हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य महकमे की तारीफ करते हुए बुधवार को कहा कि कोरोना महामारी में उत्तर प्रदेश जैसे बड़ी आबादी वाले राज्य में बहुत बेहतर काम हुआ है। आज कोविड-19 अस्पतालों में करीब डेढ़ लाख बेड हैं। वहीं जल्द जांच को बढ़ाकर 30,000 प्रतिदिन किया जाएगा। उन्होंने ट्रूनेट मशीनों तथा रैपिड एन्टीजेन टेस्ट मशीनों को पूरी क्षमता से संचालित करते हुए ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने के भी निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि 02 जुलाई से मेरठ मंडल में घर घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग होगी। सर्विलांस सिस्टम मौत के आकड़ों को रोकने में कारगर हैं। हम एक-एक व्यक्ति की स्क्रीनिंग करेंगे। इससे आंकड़े बढ़ेंगे पर मौत के आंकड़े गिरेंगे। 

02 से 12 जुलाई के बीच मेरठ मण्डल के 06 जिलों में टीमें घर-घर जाकर लोगों से हालचाल लेंगी। इस दौरान जो लोग लक्षण वाले हैं, उनके साथ दिल, कैंसर, लीवर, किडनी, डायबिटीज, हाइपरटेंशन आदि बीमारी से ग्रसित लोगों का भी रिकार्ड दर्ज किया जाएगा। इन लोगों को जागरूक किया जाएगा, ताकि ये लोग अतिरिक्त सावधानी बरतने के साथ संक्रमण से बचे रहें। वहीं प्रदेश के अन्य 17 मण्डलों में 05 जुलाई से इस अभियान का शुभारम्भ होगा, जो 15 जुलाई तक चलेगा। इस तरह पूरे प्रदेश में 02 से 15 जुलाई तक इस अभियान के दौरान हर घर तक स्वास्थ्य टीमें पहुंचेंगी।

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