साढ़े तीन करोड़ की लागत से रोडवेज कर्मियों के लिए खरीदेगा जूते
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) हजारों चालकों और परिचालकों के लिए साढ़े तीन करोड़ की लागत से ऑनलाइन जूता खरीदने जा रहा है। सभी चालकों और परिचालकों को 31 जुलाई तक जूता खरीदकर बांटने का निर्देश दिया गया है।
लखनऊ, (हि.स.)
परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक अतुल त्रिपाठी ने शनिवार को बताया कि रोडवेज बसों को चप्पल पहनकर चलाने पर जल्द ही रोक लगेगी। रोडवेज के करीब 50 हजार संविदा और नियमित चालकों, परिचालकों के लिए जल्द ही ऑनलाइन जूता खरीदा जाएगा। इससे परिवहन निगम पर करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए का व्ययभार आएगा।
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उन्होंने बताया कि परिवहन निगम मुख्यालय में हुई बैठक में चालकों और परिचालकों को नगद पैसा न देकर जूता ऑनलाइन खरीदने का निर्णय लिया गया है। एक कर्मी के जूता पर 700 रुपए का खर्च आएगा। चालकों और परिचालकों के लिए काले रंग का जूता खरीदने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को कर्मचारियों की सूची बनाकर नाप के साथ 31 जुलाई तक जूता खरीदने और बांटने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा परिवहन निगम ने अनलॉक-2 में यात्रियों की सुविधा के लिए शहर के अंदर से बसें चलाने का निर्देश दिया है। ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को बसों की सुविधा मिल सके। कोरोना महामारी के दौरान इस समय बस अड्डों पर भीड़ काफी कम है। ऐसे में अब बीच रास्ते पड़ने वाले बस स्टॉप पर बसों का ठहराव किया जाएगा। बसों में सीटिंग क्षमता से 50 प्रतिशत यात्री होने के बाद भी बस अड्डे से अब बसें रवाना की जायेंगी।
गौरतलब है कि रोडवेज बसों के चालक, परिचालक हाइवे से बसों का संचालन करते हैं। इससे सवारियां बहुत कम मिल रही हैं। इसलिए परिवहन निगम के शहर के अंदर से बसों का संचालन करने का निर्देश दिया है।
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