सीएम योगी आदित्‍यनाथ अयोध्‍या से चुनावी रण में उतरे, तो यह होेंगे सियासी मायने

राम की नगरी फिर चर्चा में है। प्रदेश के सीएम और फायर ब्रांड बीजेपी नेता योगी आदित्‍यनाथ यहां से चुनाव लड़ सकते हैं..

सीएम योगी आदित्‍यनाथ अयोध्‍या से चुनावी रण में उतरे, तो यह होेंगे सियासी मायने
सीएम योगी आदित्‍यनाथ अयोध्‍या से चुनावी रण में उतरे..

राम की नगरी फिर चर्चा में है। प्रदेश के सीएम और फायर ब्रांड बीजेपी नेता योगी आदित्‍यनाथ यहां से चुनाव लड़ सकते हैं। बीजेपी ने यूपी चुनाव के मद्देनजर 172 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ को भी चुनावी रण में उतारने की तैयारी है। योगी को अयोध्‍या से उतार बीजेपी एक तीर से कई निशाने साधना चाहती है।

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उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होगा। इसकी शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। दूसरे चरण में 14 फरवरी को राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा। पार्टी ने जिन 172 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया है, उनमें से ज्‍यादातर पर पहले और दूसरे चरण में मतदान होना है। पार्टी सीएम योगी को अयोध्‍या से उतारने की तैयारी में है।

यह बात कई मायनों में अहम है। पिछले 18 साल में योगी राज्‍य के पहले सीएम होंगे जो चुनावी रण में उतरेंगे। इसके पहले मुलायम सिंह यादव 2004 में गुन्‍नौर उपचुनाव में लड़े थे। योगी समेत पिछले तीन मुख्यमंत्रियों ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था। 2007 में मायावती पूर्ण बहुमत के साथ सीएम तो बनीं लेकिन वह विधान परिषद के रास्ते सदन पहुंचीं। इसके अलावा 2012 में अखिलेश यादव और 2017 में खुद योगी आदित्यनाथ ने चुनाव नहीं लड़ा था।  इन दोनों ने भी अपर हाउस का रास्‍ता चुना था।

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सीएम बनने के बाद से योगी करीब 30 बार अयोध्‍या जा चुके हैं। अयोध्‍या में विकास के लिए राज्‍य की तिजोरी के मुंह खोल दिए गए। राज्‍य के हर बजट में अयोध्‍या के लिए नए ऐलान हुए। 2017 से दीपोत्‍सव का आयोजन शुरू किया गया। इसमें हर साल दीपों की संख्‍या बढ़ाकर पिछला रिकॉर्ड तोड़ा गया। इसके जरिये राज्‍य में हलचल पैदा हुई। लोगों को जश्‍न मनाने का मौका मिला। एक के बाद एक स्कीम से अयोध्‍या को चमकाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी गई।

सीएम योगी आदित्‍यनाथ अयोध्‍या से चुनावी रण में उतरे..

201 करोड़ की लागत से भजन संध्‍या स्‍थल तैयार हुआ। 104 करोड़ की लागत से रेलवे स्‍टेशन को नया लुक दिया गया। 600 करोड़ जमीन पर मर्यादा पुरुषोत्‍तम श्रीराम एयरपोर्ट पर काम चल रहा है। 14 करोड़ रुपये की लागत से आयोध्‍या धाम बस अड्डा शुरू हो चुका है। 84 कोसी परिक्रमा परिपथ का निर्माण कार्य जारी है। 22 करोड़ की लागत से गुप्‍तार घाट विकसित किया गया है। ये वो काम हैं जो बीजेपी उंगलियों पर गिनाती है।

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अगर योगी अयोध्‍या से चुनाव लड़ते हैं तो हिंदुत्‍व पर सियासी मुद्दा और मजबूत होगा।  इनसे हिंदुओं की आस्‍था सीधे जुड़ी हुई है । योगी के अयोध्‍या से चुनाव लड़ने से बीजेपी को जिस तरह का फायदा होगा, वह उनके और कहीं से लड़ने से नहीं होगा। बीजेपी ने शायद काफी पहले से ही इसकी तैयारी कर ली थी। अब योगी को अयोध्‍या से चुनाव में उतार वह अपने इस प्‍लान को अमलीजामा पहनाने वाली है।

यूपी के अवध इलाके का अयोध्या सबसे बड़ा केंद्र है। अवध क्षेत्र में विधानसभा की 82 सीटें हैं। योगी को अयोध्‍या से उतार बीजेपी एक तीर से कई निशाने साधना चाहती है। अयोध्‍या से जुड़े कई जिले हैं जहां बीजेपी के वर्तमान प्रत्‍याशियों का चुनाव जीतना मुश्किल है। हालांकि, अयोध्‍या से योगी के चुनाव में उतरने से हवा का रुख पूरी तरह बदल सकता है। इन जिलों और इलाकों में इसका सीधे असर पड़ेगा।

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