विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा निर्वाचन आयोग

उत्तर प्रदेश में एक नवम्बर से मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू हुआ है। लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में..

Nov 2, 2021 - 03:50
Nov 24, 2021 - 03:30
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विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा निर्वाचन आयोग
निर्वाचन आयोग (Election Commission of india)

लखनऊ,

  • मातादाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के लिए राज्य स्तरीय अभियान का शुभारम्भ

उत्तर प्रदेश में एक नवम्बर से मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान शुरू हुआ है। लखनऊ विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के हम नागरिक हैं।

इस पर हम सभी को गर्व है। लोकतंत्र के लिए यह जरूरी है कि मतदाता सूची पूर्णरूप से स्वच्छ व स्वस्थ हो। इसके लिए जागरूक मतदाता का होना भी आवश्यक है। मतदान के लिए जरूरी है कि स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान हो, यही भारत निर्वाचन आयोग की भी मंशा है। साथ ही चुनाव में विशेषता हो। इस महापर्व में महिलाओं, विकलांगों, बुजुर्गों व युवाओं समेत सभी वर्गों की सहभागिता हो।

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  • 30 नवंबर तक मतदाता सूची में हो सकेगा संशोधन

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदाताओं को मात्र दो बार ही निर्वाचन आयोग से संपर्क होता है। जब वे मतदाता बनते हैं और दूसरी बार जब वे वोट डालने जाते हैं। मतदान का प्रतिशत बढ़ने से मतदान की महिमा बढ़ती है। हमारा लोकतंत्र मजबूत होता है। उन्होंने कहा कि आयोग ने एक जनवरी 2022 को आधार मानकर मतदाता बनने की अर्हता तिथि निर्धारित की है।

उन्होंने कहा कि जो पहली बार मतदाता बनने के लिए तथा स्थान परिवर्तन के लिए फार्म-06 भरे, नाम परिवर्तन के लिए फॉर्म-8ए भरें, मतदाता पहचान पत्र में कोई त्रुटि होने पर उसे ठीक करने के लिए फार्म-8 भरें, अप्रवासी भारतीयों के लिए विदेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों को फार्म-6ए भरना है। नाम विलोपित करने के लिए फार्म-7 भरें। इसी प्रकार मतदाता खुद भी वोटर हेल्पलाइन व पोर्टल पर आवश्यक डॉक्यूमेंट अपलोड कर ऑनलाइन माध्यम से भी मतदाता बन सकते हैं। किसी भी समस्या के लिए टोलफ्री नम्बर-1950 पर भी संपर्क कर सकते हैं।

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  • मतदाता सूची से जुड़ी समस्या को लेकर टोलफ्री नंबर-1950 के माध्यम निर्वाचन आयोग से जुड़ें

अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि ऑफलाइन फॉर्म भरने के लिए प्रत्येक बूथ स्तर पर भी बीएलओ मौजूद रहेंगे। साथ ही जिले स्तर पर जिला निर्वाचन अधिकारियों, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के माध्यम से भी फॉर्म भरे जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचक नामावलियों के पुनरीक्षण के लिए विशेष तिथियां निर्धारित की गई हैं। अभी दावे और आपत्तियां प्राप्त करने के लिए एक नवंबर से 30 नवंबर तक की तिथि निर्धारित है। इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश में निर्वाचक नामावलियों का अंतिम प्रकाशन पांच जनवरी, 2022 को होगा। सभी मतदाता पोर्टल के माध्यम से भी अपना नाम है कि नहीं यह जान सकते हैं।

लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने इस अवसर पर कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय के लिए यह पहला अवसर है कि इस प्रकार का कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम से तीन लाभ होंगे, यहां के छात्रों को सकारात्मक लाभ मिलेगा और उन्हें अपने जीवन में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करेगा। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ ब्रह्मदेव राम तिवारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जिन मतदाताओं की आयु 01 जनवरी 2022 को 18 वर्ष या उससे अधिक हो रही है, वह अपना पंजीकरण जरूर कराएं। प्रदेश के सभी आरओ, एआरओ, डिस्ट्रिक्ट निर्वाचन अधिकारी, रजिस्ट्रीकरण कार्यालयों में मतदाता सूचियों का प्रकाशन किया जा रहा है।

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हि.स

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