अयोध्या में होगा विश्व के सबसे विराट एवं भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण - जन्मेजय शरण दास
भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य मंदिर का शिलान्यास होने के बाद से देश भर के साधू-संतों में खुशी की लहर है...
- ढाई साल मेें बनकर तैयार होगा राम मंदिर-अवधेश दास
शुक्रवार को जानकीघाट मंदिर अयोध्या के महंत जन्मेजय शरण दास के नेतृत्व में बड़ा भक्त माल मंदिर के महंत स्वामी अवधेश कुमार दास एवं हनुमान गढी के संत नागा रामलखन दास महाराज ने चित्रकूट पहुंच कर मनोकामनाओं के पूरक देवता भगवान श्रीकामतानाथ के दर्शन-पूजन के बाद कामदगिरि पर्वत की पंचकोसीय परिक्रमा लगाई।
इस दौरान जानकीघाट मंदिर के महंत जन्मेजय दास महाराज ने कहा कि जन्मभूमि में लम्बे संघर्षों के बाद प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। जिसको लेकर पूरे विश्व के हिन्दुओं में खुशी की लहर है। जन्मभूमि अयोध्या और तपोभूमि चित्रकूट के बीच गहरा नाता है।
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उन्होेंने कहा कि जन्मभूमि अयोध्या में विश्व का सबसे बड़ा राम मंदिर बने, इसी संकल्प को साकार करने के लिए मनोकामनाओं के पूरक प्रभु श्रीकामतानाथ के दर्शन, पूजन और परिक्रमा के लिए चित्रकूट आये हैं।
ज्ञातव्य हो कि बीते 05 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मभूमि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण की आधारशिला रखें जाने के बाद से पूरे विश्व के करोड़ों हिन्दुओें में खुशी की लहर है। मंदिर निर्माण के लिए सैकड़ों वर्षों से संघर्ष कर रहे साधू-संत भी धार्मिक स्थलों की यात्राएं कर लोगों के बीच खुशियों को बांटने में जुटे हुए हैं। शुक्रवार को अयोध्या से चित्रकूट आये जानकीघाट मंदिर के महंत जन्मेजय शरण महाराज, बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश कुमार दास महाराज एवं हनुमान गढी के संत रामलखन दास महाराज आदि ने मनोकामनाओं के पूरक भगवान श्री कामतानाथ के दर्शन-पूजन के बाद कामदगिरि पर्वत की पंचकोसीय परिक्रमा लगाई।
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इस मौके पर सभी संतों ने भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश खरे, जिला मंत्री एवं समाजसेवी रामबाबू गुप्ता आदि के साथ बंदरों को चने और अमरूद का भंडारा कराकर पुण्य लाभ लिया। इस मौके पर जानकी घाट मंदिर के महंत जन्मेजय दास महाराज ने कहा कि सैकड़ों वर्ष के संघर्ष और हजारों कुर्बानियों के बाद जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण की शुरूआत होने का सुअवसर आया है।
उन्होंने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा भगवान श्रीराम का हो, इसी की याचना लेकर अयोध्या के संत प्रभु श्री कामनानाथ जी के दरबार में माथा टेकने आये हैं। चित्रकूट विश्व का वह प्रमुख पावन धाम है, जहां भगवान श्रीराम ने अनुज लक्ष्मण एवं पत्नी के साथ वनवास काल का सर्वाधिक साढे 11 वर्षों का समय व्यातीत किया था। वहीं प्रभु श्रीराम के ही वरदान से चित्रकूट गिरि को कामदगिरि होने का वरदान प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा चित्रकूट के कामदगिरि में लगाई जाने वाली अर्जी निष्फल नहीं जाती। जल्द ही विश्व के करोड़ों हिन्दुओं का संकल्प साकार होने जा रहा है।
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वहीं बड़ा भक्तमाल मंदिर के महंत अवधेश कुमार दास ने कहा कि ढाई साल के अंदर जन्मभूमि अयोध्या में विश्व का सबसे भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण होगा। मंदिर का आधिकारिक मैप भी विकास प्राधिकरण ने स्वीकृत कर दिया है। जिसका शुल्क दो करोड 11 लाख भी विश्व हिन्दू परिषद ने प्राधिकरण में जमा करा दिया है। मंदिर के शिलान्यास के बाद से पूरे देश में खुशी की लहर है।
अयोध्या के दोनो प्रमुख संतों ने चित्रकूट के प्रमुख समाजसेवी रामबाबू गुप्ता द्वारा भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश खरे के नेतृत्व में राम मंदिर के शिलान्यास की खुशी में एक महीने से लगातार कामदगिरि परिक्रमा मार्ग में किये जा रहे बंदर सेवा की सराहना की।
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हिन्दुस्थान समाचार