बांदा में थम नहीं रहा सर्दी का सितम, अब तक महिला समेत चार की मौत
घटना विसण्डा थाना क्षेत्र के गड़ाव गांव की है। इसी गांव में रहने वाली श्याम रति 42 पत्नी मंचिस आज सवेरे भैंस का दूध निकालने के बाद जैसे ही दूध भरी बाल्टी जमीन में रखी, वैसे ही गिर गई।
बांदा जिले में पिछले एक पखवारे से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। इधर बारिश होने से ठंड का प्रकोप बढ़ जाने से किसानों पर ठंड आफत बनकर टूट रही है। ठंड के चलते ही एक और महिला की मौत हो जाने एक पखवारे में चार लोगों की मौत हो गई है।
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घटना विसण्डा थाना क्षेत्र के गड़ाव गांव की है। इसी गांव में रहने वाली श्याम रति 42 पत्नी मंचिस आज सवेरे भैंस का दूध निकालने के बाद जैसे ही दूध भरी बाल्टी जमीन में रखी, वैसे ही गिर गई।यह देखकर परिजन दौड़े और उसे लेकर मेडिकल कॉलेज आए लेकिन डाक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया।मृतका के चचेरे ससुर प्रेम ने बताया कि मृतका का पति नासिक में रहकर मजदूरी का काम करता है।यहां वह अपने बच्चों के साथ रहती है थी प्रतिदिन की तरह सवेरे उठकर भैंस का दूध निकालते समय ही उसे ठंड लगी। जिससे वह गिर कर बेहोश हो गई। उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज लेकर जा रहे थे लेकिन तब तक रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।
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बीते 26 दिसंबर को जसपुरा थाना क्षेत्र के नानादेव गांव में ठंड लगने से एक किसान की मौत हो गई थी। गांव निवासी रामसुंदर (47) रात को अपने मटर के खेत पानी लगा लगा रहा था, तभी ठंड लगने से अचानक उसके सीने में दर्द होने लगा। खेत में मौजूद उसका बेटा आनन-फानन रामसुंदर को सीएचसी ले गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं ठंड लगने से तीसरी मौत पैलानी थाना क्षेत्र के खपटिहा कला गांव में हुई। 2 जनवरी को सुबह किसान सियाराम तिवारी (72) खेत की सिंचाई कर रहा था। इसी दौरान उसको सर्दी लगने लगी। आनन-फानन में परिजन बैलगाड़ी पर बैठाकर खेत से घर लेकर आए। यहां से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराय, जहां डॉक्टरों ने कानपुर रेफर कर दिया, लेकिन कानपुर ले जाते समय रास्ते में घाटमपुर के पास सियाराम की मौत हो गई।
5 जनवरी को जसपुरा थाना क्षेत्र के गडरिया गांव में खेत में ठंड लगने से एक किसान की मौत हो गई। गांव निवासी रामखेलावन (60) शाम को घर से खाना खाकर चंद्रावल नदी के पास स्थित खेत में पानी लगा रहा था। इस दौरान अचानक उसके पेट में दर्द होने लगा और वह खेत में ही गिर पड़ा। आसपास के खेत में काम कर रहे किसानों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। खेत पहुंचे परिजन रामखेलावन को घर ले आए, जहां उसने दम तोड़ दिया। रामखेलावन के महज जमीन 3 बीघे खेत है। जबकि 3 बीघे बलकट पर लेकर खेती करता था। बेटों ने बताया कि ठंड लगने से पिता की मौत हुई है।
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इस बीच गुरुवार को सवेरे से लेकर लगातार रुक रुक कर हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के साथ ठंडी हवाएं चलने से लोग अपने अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो गए हैं। इधर प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था न किए जाने से गरीब तबके के लोग ठंड से बेहद परेशान हैं।