झाँसी : विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का विरोध शुरू
"अवर अभियंता संवर्ग" की लम्बे अर्से से लम्बित जायज मांगो पर उप्र शीर्ष ऊर्जा प्रबंधन सकारात्मक निर्णय न किये जाने एवं पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में दिनांक 2/09/2020 को प्रथम चरण में ऊर्जा प्रबंधन को समाध्यम ज्ञापन प्रेषित किया...
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन (उ प्र) द्वारा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम का निजीकरण करने के उत्तर प्रदेश शासन/ऊर्जा प्रबंधन के निर्णय जो कि उपभोक्ता एवम अभियंता/अवर अभियंता/कर्मचारी विरोधी हैं तथा अवर अभियंता संवर्ग को ए0सी0पी0 व्यवस्था के अंतर्गत प्राप्त अधिकारों का प्रबंधन द्वारा मनमाने ढंग से व्यख्या करके समाप्त करने के प्रयास तथा ग्रेड पे रुपये 4800 जो कि अवर अभियंता संवर्ग के लिए नान फंक्शनल है को लंबे समय से विलोपित कराने का प्रयास का ऊर्जा प्रबंधन से किया किन्तु प्रबंधन के नकारात्मक रवैये के कारण मजबूर हो कर ध्यानाकर्षण आंदोलन करने का निर्णय लिया गया था।
इस क्रम मे आज दिनांक 02/09/2020 को प्रथम चरण में प्रदेश के उत्पादन निगम ,जल विद्युत निगम ,पारेषण निगम तथा वितरण निगम के सभी खण्ड कार्यालयो पर कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए ध्यानाकर्षण ज्ञापन देने का कार्यक्रम किया गया। जिसके तहत आज झाँसी ज़िले के अंर्तगत समस्त खंडीय कार्यालय में संगठन के सदस्यों द्वारा उपस्तिथ होकर अधिशासी अभियंता के माध्यम से अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश पावर करपोरेशन लि॰ को सम्बोधित ज्ञापन प्रेषित किया गया। साथ ही निजीकरण से होने वाले दुष्प्रभाव से सभी को अवगत कराने हेतु व्यापक जनजागरण व जनसम्पर्क अभियान चलाये जाने तथा सभी जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन और सोशल मीडिया में सतत प्रचार प्रसार भी प्रारम्भ किया जायेगा।
इस अवसर पर रा0 वि0 प0 जू0 ई0सं0 के जनपद अध्यक्ष झाँसी इ. सुनील कुमार ने अपने बयान में कहा कि ऊर्जा प्रबंधन 24 घंटे विद्युत आपूर्ति हेतु फीडर लाइन लॉस को 15 प्रतिशत पर लाने की बात करता है किन्त इसको करने हेतु संगठन द्वारा अनेको बार तकनीक सुधार सुझाव दिए गए किंतु उन पर अमल नहीं करते हुए निजीकरण का प्रयास किया जा रहा है, साथ ही अवर अभियंत संवर्ग की जायज माँगो जिनके निस्तारण हेतु स्पष्ट सहमतियो के बावजूद पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा अभी तक कोई भी सकारात्मक रुख नही दिखाया गया, जिस कारण इस कोरोना काल मे अवर अभियंता संवर्ग को ध्यानाकर्षण आंदोलन करने हेतु विवश होना पड़ रहा है उन्होंने आगाह किया कि अगर प्रबंधन के रवैये में कोई बदलाव नही आया तो अगले चरण में आंदोलन और भी व्यपाक तथा विशाल रूप मे होगा एवम इससे होने वाले किसी भी असुविधा के लिए ऊर्जा प्रबंधन स्वयंग उत्तरदायी होगा।
इस आंदोलन के अगले चरण में दिनांक 08-09-2020 से 48 घंटे हेतु संगठन द्वारा सहयोग आंदोलन चलाया जाएगा, जिसके तहत 48 घंटे हेतु समस्त सदस्य उपकेंद्र पर रुक कर निर्बाध विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराना सुनिस्चित करेंगे। आज के ज्ञापन प्रेषण कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष AIFOPDE इ.आर.के.त्रिवेदी, क्षेत्रीय अध्यक्ष इ.संजीव प्रभाकर, क्षेत्रीय अध्यक्ष पारे. इ. जगजीत सिंह, सहायक अभियंता इ. कन्हैया लाल, इ. मुकेश चौरसिया, इ. मनोज सोनी, इ. अनिल सागर, इ. महेश चंद्र अवर अभियंता इ.चंद्रभान, इ. दिग्विजय सिंह, इ.रोहित कुशवाहा एवं समस्त अवर अभियंता व प्रोन्नत अभियंता उपस्तिथ रहे।