पोषण, स्वास्थ एवं आजिविका सुरक्षा के लिये फल एवं सब्जियों का महत्व - कुलपति

बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बांदा मे आज फल सब्जियों के महत्व के दृष्टिगत तथा संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2021 को फल एवं..

पोषण, स्वास्थ एवं आजिविका सुरक्षा के लिये फल एवं सब्जियों का महत्व - कुलपति

बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बांदा मे आज फल सब्जियों के महत्व के दृष्टिगत तथा संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2021 को फल एवं सब्जियों का वर्ष घोषित किये जाने के उपलक्ष्य मे वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विषय पोषण, स्वास्थ एवं आजीविका सुरक्षा के लिये फल एवं सब्जियां था। इस कार्यक्रम के माध्यम से बुन्देलखण्ड वासियो के जीवन मे फल एवं सब्जियों के महत्व को बताना एवं जागरूक करना था।

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इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति डा. नरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि बुन्देलखण्ड शूरवीरो की धरती है तथा यहां का युवा फल एवं सब्जियों के क्षेत्र मे उत्तम उद्यमी साबित हो सकता है। उन्होने दलहनी फसलो के साथ साथ पारंपरिक फल एवं सब्जियों की खेती हेतु प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप मे डा. तुशार कांत बेहरा निदेशक, भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के विभिन्न परियोजनाओ के माध्यम से विश्वविद्यालय को सुदृढ़ करने का अपाये बताये एवं उनहोने कहा कि बुन्देलखण्ड की जनवायु माइनर फल एवं सब्जियों के लिये उपयुक्त है। उन्होने विश्वविद्यालय मे स्थित केन्द्रीय प्रयोगशाला एवं प्रक्षेत्र मे भ्रमण कर विश्वविद्यालय के कार्याे की सराहना की तथा स्ट्रोबेरी एवं पपीता की संरक्षित खेती जैविक खेती, मल्चिंग एवं जल प्रबंधन से संबंधित तकनीकी को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया। 

उन्होने विश्वविद्यालय मे चल रही शोध एवं प्रचार प्रसार से संबंधित परियोजना को भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के साथ साझाकर कार्य करने पर सहमति प्रदान की। कार्यक्रम के आयोजक डा. सत्यव्रत द्विवेदी, अधिष्ठाता उद्यान महाविद्यालय ने बताया कि आज विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे पोस्टर, फल, फूल, सब्जी, पान, गमले मे लगे पुष्प, गमले मे लगे मौसमी फूलो के पौधो, पुष्प सज्जा, पुष्पो द्वारा बनायी गयी रंगोली का सफल आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओ मे बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र के विभिन्न जिलो के प्रगतिशील किसान एवं छात्र छात्राओ के साथ साथ अन्य लोगो ने भी सहभागिता की।

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इस कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित  सभी महाविद्यालयो तथा उद्यान महाविद्यालयो के सभी विभागो द्वारा स्टॉल भी लगाये गये। जिसमे पुष्प एवं भू सौंदर्यीकरण विभाग को प्रथम स्थान, वानिकी महाविद्यालय को द्वीतिय स्थान एवं प्रसार निदेशालय को तृतीय स्थान से पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा डा. एके श्रीवास्तव, प्रध्यापक फल विभाग, डा. आरके सिंह प्रध्यापक सब्जी विभाग, डा. भानु मिश्रा प्राध्यापक प्रसार विभाग एवं डा. प्रशांत विषय वस्तु विशेषज्ञ, के.वी.के हमीरपुर को अपने अपने क्षेत्र मे बहुमूल्य योगदान हेतु प्रशंसनीय प्रमाण पत्र भी दिया गया। इस दौरान बुन्देलखण्ड के लगभग सभी जिलो से आये हुए किसानो के कृषि के क्षेत्र मे उत्तम कार्य हेतु प्रशंसनीय प्रमाण पत्र दिया गया। 

इस कार्यक्रम का सफल आयोजन डा. एके श्रीवास्तव एवं समन्वयक डा. के.एस.तोमर सहायक प्रध्यापक पुष्प एवं भू सौंदर्यीकरण विभाग द्वारा किया गया। इस मोके पर निदेशक प्रसार डा. एनके बाजपेयी, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय डा. जी.एस पंवार, अधिष्ठाता वानिकी महाविद्यालय डा. संजीव कुमार, सह निदेशक प्रसार डा. नरेन्द्र सिंह सह, निदेशक शोध डा. एसी.मिश्रा एवं विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षण गण मौजूद रहे।

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