घर में दो दिन से नहीं बना है खाना, मां-बहन हैं भूखे, पुलिस ने दिखाई दरियादिली
बचपन में मासूमों को पुलिस के नाम से डराकर बात मनवानी पड़ती है, लेकिन शायद भूख ऐसी होती है जिसके सामने डर भी कोई मायने नहीं रखता..
रायबरेली,
बचपन में मासूमों को पुलिस के नाम से डराकर बात मनवानी पड़ती है, लेकिन शायद भूख ऐसी होती है जिसके सामने डर भी कोई मायने नहीं रखता। ऐसा ही वाक्या रविवार को देखने को मिला, जब एक मासूम भूख से परेशान होकर बिना डरे पुलिस चौकी जा पहुंचा। उसने पुलिस से जो कहा उससे मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गई।
पुलिस ने भी दरियादिली दिखाते हुए मासूम की बात सुनी, बल्कि परिवार की भी मदद की। दरअसल जहानाबाद चौकी पर रविवार की दोपहर एक आठ साल का मासूम पहुंच गया और वहां मौजूद चौकी इंचार्ज प्रवीर गौतम से कहा कि उसके घर में दो दिन से खाना नहीं बना है। उसकी मां और बहन भूखी हैं। उसके घर में एक पैसा भी नहीं है। जिससे वह कुछ खरीद सके।
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यह सुनकर वहां मौजूद हर शख्श की आंखे नम हो गई। चौकी इंचार्ज ने दरियादिली दिखाते हुए न केवल मासूम को खाना खिलाया, बल्कि राशन सहित अन्य जरूरी समानों को भी ख़रीदकर उसके घर भेजा।
उन्होंने बक़रीद की खरीददारी के लिए मासूम को कुछ पैसे भी दिए। डीह का मूल निवासी शाहरुख अपनी मां और तीन बड़ी बहनों के साथ जहानाबाद में ही एक रिश्तेदार के यहां रहता है। उसकी मां घरों में झाड़ू पोछा करती है जबकि वह एक दुकान में काम करता है। बेहद ग़रीब परिवार के लिए पुलिस की इस मदद की लोग सराहना कर रहे हैं।
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हि.स