बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के आसपास जमीन की कीमत तीन गुनी तक महंगी, कारखाने, बाजार और होटल बनेंगे
निर्माणाधीन बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के आसपास जमीन की कीमत बहुत बढ़ गई है। एक लाख रुपये बीघा की जमीन अब 1.5 और दो लाख तक में बिक रही है..
निर्माणाधीन बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के आसपास जमीन की कीमत बहुत बढ़ गई है। एक लाख रुपये बीघा की जमीन अब 1.5 और दो लाख तक में बिक रही है। जमीन की कीमत तीन गुनी तक महंगी हो गई है। कई लोग वहां बड़े पैमाने पर जमीन खरीद रहे हैं।
उन्हें उम्मीद है कि एक्सप्रेस-वे बनने के बाद कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी और तब बड़े पैमाने पर कारखाने, बाजार और होटल बनेंगे। इसके साथ कॉरीडोर भी विकास के साथ रोजगार के नए रास्ते खोलेगा। तब जमीन के मुंहमांगे दाम मिलेंगे।
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बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे निर्माण के साथ वहां आसपास की जमीन के दाम बढ रहे हैं। दुकानें, ढाबे, बाजार और कारखाने भी बनाए जा रहे हैं। बुंदेलखंडवासियों को उम्मीद है कि एक्सप्रेस-वे और डिफेंस कॉरीडोर बनने के बाद बड़े पैमाने पर रोजगार के रास्ते खुलेंगे। इस आशा में जमीने खरीदने के साथ कारोबार की नींव भी रखी जा रही है।
चित्रकूट जिले के रौली कल्याणपुर, धरौही, लोहिया, भटौरा और आसपास के गांवों के कई किसानों को एक करोड़ से सात करोड़ रुपये तक मुआवजा मिला है। इसमें से कुछ ने तो पास ही इस उम्मीद पर जमीन खरीद ली कि भविष्य में इसके दाम बहुत बढ़ेंगे, तब बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।
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रौली कल्यानपुर (चित्रकूट) गांव में रोड के किनारे मशीनरी-पाटर्स का बड़ा कारखाना लग रहा है। इसके बगल में मतगंजर का मकान है। मौका देख उन्होंने परचून की छोटी सी दुकान घर के बाहर खोल ली। निर्माणाधीन कारखाने के मजदूर और अन्य ग्राहक आते हैं। वह बताते हैं कि इस कारखाने के बनने के बाद आसपास के लोगों को रोजगार मिलेगा।
अभी कलपुर्जे खरीदने के लिए कबरई, महोबा और कानपुर जाना पड़ता है, लेकिन अब कारखाना बनने के बाद यहीं सामान उपलब्ध हो जाएगा। आसपास और भी कई लोग कारखाना और मार्केट बनाने के लिए जमीन के सौदे कर रहे हैं। खरैला (महोबा) के पप्पू की सात बीघा जमीन एक्सप्रेस-वे में चली गई। अच्छा मुआवजा मिला तो उनके पिता ने पास ही एक प्लाट और सात बीघा जमीन कम दाम पर खरीद ली।
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उम्मीद है कि आगे बेचने पर इसका अच्छा मुनाफा मिलेगा। चित्रकूट जिले के गोडा करारी गांव के राम नारायण के पिता को मुआवजा मिला तो उन्होंने उनसे कुछ रुपये लेकर निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे (डबरापुरवा मजरा) पर एक छोटा सा ढाबा बना लिया। वह कहते हैं कि जैसे-जैसे एक्सप्रेस-वे निर्माण का काम खत्म होता जाएगा, वैसे-वैसे उनका ढाबा बड़ा रूप लेता जाएगा।
एक बड़ा होटल बनाने का इरादा है। इसी तरह बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के आसपास के सात जिलों में कई छोटी-बड़ी दुकानें, ढाबे, मोबाइल शॉप, मैगी प्वाइंट, गेस्टहाउस, पंचर, वाहन रिपेयरिंग सहित कई और दुकानें खुल रही हैं। कुछ लोग कारखाने लगाने की योजना बना रहे हैं।
- 11,480 किसानों से खरीदी गई जमीन
- 7 जिलों से निकल रहा है एक्सप्रेस-वे
- 3 गुनी तक महंगी हो गई यहां की जमीन
- 5 लाख से अधिक को रोजगार की उम्मीद
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#बुंदेलखंड_एक्सप्रेसवे एन0एच0 35 भरतकूप के पास चित्रकूट से प्रारम्भ होकर #आगरा_लखनऊ_एक्सप्रेसवे पर ग्राम कुदरैल के पास जनपद इटावा में समाप्त होगा..#काम_दमदार_योगी_सरकार
— UPEIDA (@upeidaofficial) July 6, 2021
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