पुत्र की दीर्घायु के लिए महिलाओं ने मनाया हलछठ का पर्व
पुत्र की दीर्घायु के लिए महिलाओं ने हलछठ का पर्व मनाया। दोपहर को कई स्थानों पर सामूहिक रूप से महिलाओं ने गीत...
चित्रकूट। पुत्र की दीर्घायु के लिए महिलाओं ने हलछठ का पर्व मनाया। दोपहर को कई स्थानों पर सामूहिक रूप से महिलाओं ने गीत संगीत के साथ विधि विधान से पूजन किया। व्रत का पारण किया। भक्तों ने भगवान बलराम का जन्मोत्सव भी मनाया।
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इस दिन महिलाएं जोता बोया यानी खेत से उपजा अनाज को सेवन नहीं करती। सुबह से ही महिलाओं ने अपने पुत्रों की दीर्घायु और सुख के लिए व्रत रखा। दोपहर को पूजा पाठ की। पूजन के दौरान शक्कर और मिट्टी कोढ़उवा, खिलौना, भुजे हुए अनाज चढ़ाए। इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं अनाज का सेवन नहीं करती हैं। पूजन के बाद महिलाओं ने व्रत का पारण छोहरा की खीर, फसई के चावल, और फलफूल से किया। शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र राजापुर, मऊ, मानिकपुर, शिवरामपुर, सरधुआ क्षेत्र में गांव में हलछठ पर्व मनाया। मंदिरों में सामूहिक रूप से पहुंची महिलाओं ने भक्ति संगीत के गीत प्रस्तुत किये। इसी दौरान सामूहिक रूप से हलछठ माई की पूजा की। इसी दिन भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण के भाई भगवान बलराम का जन्मोत्सव भी मनाया गया। श्रीकृष्ण मंदिरों में पूजन पाठ देर शाम तक चला।
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