विदेशी दूल्हा पाने की ख्वाहिश युवती को पड़ी भारी, पौने सात लाख गवाएं
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में विदेशी दूल्हा पाने की ख्वाहिश एक युवती को भारी पड़ गयी, ठगों ने इस युवती से पौने सात लाख रुपये ठग लिए..
- मुकदमा दर्ज, साइबर सेल को हुआ ट्रांसफर
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में विदेशी दूल्हा पाने की ख्वाहिश एक युवती को भारी पड़ गयी। ठगों ने इस युवती से पौने सात लाख रुपये ठग लिए। पीड़िता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले को साइबर सेल को ट्रांसफर किया गया है।
विजय नगर थाना प्रभारी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि महागुन मैस्काट सोसाइटी निवासी युवती ने थाना विजय नगर में आयुसी फानिड्रा, ऋषि ईशान, ईप्रेमा, ओलीवर दीपक, राजरोहन और बहादुर जीत के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमे युवती ने कहा है कि 25 अगस्त को जीवनसाथी मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर आयुसी फानिड्रा नाम से रिक्वेस्ट आई।
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चैटिंग करते हुए दूसरी तरफ से जवाब मिला कि मैं आयुसी फानिड्रा का पिता ऋषि ईशान हूं और मुझे अपने बेटे के लिए आपकी प्रोफाइल एकदम अच्छी लगी है। जिसके बाद कथित आयुसी फानिड्रा के वॉट्सएप नंबर से युवती से चैटिंग शुरू हो गई। चैटिंग में आरोपित ने बताया कि मेरे पिता इंडिया और मां मैक्सिको से हैं। मेरा जन्म यूएसए में हुआ है। मैं इस समय नाटो में बतौर डॉक्टर तैनात हूं।
कुछ दिन बाद आरोपित ने युवती को अपने बातों में लेकर झांसा दिया कि वह नाटो से इस्तीफा देकर भारत आना चाहता है। जिसके लिए आपको मेरी मदद करनी पड़ेगी। मेरे खाते में जोरल रुपये है, वह एक्सिस नहीं हो पा रहे हैं। मुझे यहां से टर्मिनेटर और आने के लिए आपको कुछ रुपये भेजने पड़ेंगे, तभी वह भारत आ सकेगा। भारत आकर उसने रुपये लौटने का आश्वासन दिया, जिसके बाद युवती उसकी बातों में आ गई और उसके खाते में 78 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए।
युवती ने बताया कि आयुसी फानिड्रा ने उन्हें गूगल चैट के जरिये बताया कि वो टर्की एयरपोर्ट पर आ चुका है और कस्टम विभाग ने उसे रोका हुआ है। कस्टम से छुड़ाने के नाम पर फ्रॉड ने युवती से कई बार में करीब 6 लाख रुपये फिर विभिन्न खातों में ट्रांसफर करा लिए।
इस तरह युवती ने फ्रॉड के खाते में करीब पौने सात लाख रुपये ट्रांसफर कराए। पौने सात लाख रुपये ट्रांसफर होने के बाद आयुसी फानिड्रा ने उन्हें बताया कि कस्टम वाले उसको छोड़ रहे हैं और भारत आते ही मेरे भेजे गए लोकेशन पर तुम आ जाना।
आयुसि फानिड्रा द्वारा भेजी गई सिविल लाइन दिल्ली की लोकेशन पर जब युवती पहुंची तो वहां जल बोर्ड कर्मचारियों के फैमिली क्वार्टर मिला। तब तक फ्रॉड की गूगल चैट और सारे नंबर बंद हो चुके थे। उसके कुछ देर बाद युवती को ठगी का एहसास हुआ और उसने गाजियाबाद के विजय नगर थाने में पहुंच कर घटना की जानकारी दी।
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