प्रधानमंत्री पृथक बुंदेलखंड राज्य बनाने का वादा निभायें, क्रांति दल ने की मांग
ज्ञापन में कहा गया कि 01 नवंबर 1956 को तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने पृथक बुंदेलखंड राज्य को समाप्त कर दिया था..
बुंदेलखंड क्रांति दल, बांदा के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव लवलेश विराग के नेतृत्व में बुंदेलखंड क्रांति दल की वरिष्ठ नेत्री साधना मिश्रा आनंद, प्रदेश उपाध्यक्ष परमानंद गोस्वामी, जिला प्रभारी भरत सिंह, दीपक दीक्षित, आलोक पांडेय नगर अध्यक्ष नरैनी एवं शत्रुघ्न यादव इत्यादि द्वारा आजबुंदेलखंड को पुनः पृथक राज्य बनाए जाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम बांदा को सौंपा गया।
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ज्ञापन में कहा गया कि 01 नवंबर 1956 को तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने पृथक बुंदेलखंड राज्य को समाप्त कर दिया था। इस कारण आज भी हम पिछड़ेपन के शिकार हो रहे हैं। बुंदलखंड के लोग 40 वर्षों से बुंदेलखंड को पुनः पृथक राज्य बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में बुंदेलखंड की धरती पर आकर बुंदेलखंड को अलग राज्य का दर्जा दिलाने का वादा किया था।
बुंदेलखंड के लोगों ने प्रधानमंत्री जी के वादे पर विश्वास करके बुंदेलखंड (उत्तर प्रदेश) की चारों लोकसभा सीटों में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को चुना था। परंतु प्रधानमंत्री अपना वादा भूल गए हैं वह अपनी रैलियों में अब बुंदेलखंड अलग राज्य का जिक्र भी नहीं करते। बुंदेलखंड की बदहाली को दूर करने के लिए बुंदेलखंड को जल्द से जल्द पुनः पृथक राज्य बनाना अत्यंत आवश्यक है।
ज्ञापन के माध्यम से प्रधानमंत्री जी से मांग की गई कि प्रधानमंत्री जी बुंदेलखंड के लोगों से किए गए अपने वादे को निभाते हुए बुंदेलखंड को पुनः अलग राज्य का दर्जा दिलाएं।
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