कबरई हादसाःविस्फोट के लिए पहाड़ में किया जा रहा था छेद, अचानक आई आफत
महोबा जनपद के कबरई में मंगलवार दोपहर में उस समय बड़ा हादसा हो गया। जब डीआरएस पहाड़ में, पहाड़ को तोड़ने के लिए विस्फोट के लिए पोकलैंड व जेसीबी मशीन के सहारे छेद बनाने का काम चल रहा था ...
महोबा जनपद के कबरई में मंगलवार दोपहर में उस समय बड़ा हादसा हो गया। जब डीआरएस पहाड़ में, पहाड़ को तोड़ने के लिए विस्फोट के लिए पोकलैंड व जेसीबी मशीन के सहारे छेद बनाने का काम चल रहा था। तभी पहाड़ का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया। जिसके नीचे मशीन के पास काम कर रहे 10 -11 मजदूर दब गए, जिनमें से चार लोगों की मौत की खबर है। इस दुर्घटना में सात मजदूर घायल भी हुए हैं। घटना की जानकारी मिलने पर कमिश्नर डीआईजी डीएम और एसपी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। हादसा कबरई थाना क्षेत्र के पहरा गांव के पास का हुआ है।
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जानकारी के अनुसार, मंगलवार को डीआरएस पहाड़ पर सरकारी पट्टे का कार्य करते समय अचानक पहाड़ खिसक गया। हादसे के समय लगभग एक दर्जन मजदूर काम कर रहे थे। जिससे पहाड़ के मलबे में दबकर तीन मजदूरों की मौके पर मौत हो गई और बाकी मजदूर मलबे में दब गए। आवाज सुनकर पास में स्थित पहरा गांव के लोग मौके पर पहुंचे और दबे हुए मजदूरों को निकलना शुरू किया। मलबे से तीन लोगों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। जिन्हे डॉक्टर ने मृतक घोषित कर दिया। अस्पताल में लाए गए घायलों का उपचार किया जा रहा है। हादसे की जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे मजदूरों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। वहीं, मौके पर मौजूद अधिकारियों द्वारा परिजनों को समझा कर शान्त किया गया।
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जिला अस्पताल में भर्ती नीरज ने बताया, "DRS पहाड़ में दोपहर करीब ढाई बजे 500 मीटर की गहराई पर काम चल रहा था। 2 जेसीबी और एक पोकलेन मशीन की मदद से पहाड़ को तोड़ने के लिए विस्फोटक लगाने के लिए छेद किए जा रहे थे। उसी दौरान पहाड़ के एक हिस्से में दरार आ गई और वो हिस्सा भरभरा कर गिर गया। उसके नीचे मशीनें और काम कर रहे 10-11 लोग दब गए।"
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गांव के लोगों ने की रेस्क्यू में मदद
नीरज ने बताया, ''मेरे ऊपर भी कुछ मलबा गिरा, लेकिन मैं किसी तरह बाहर आ गया। जबकि बाकी लोग दब गए। बाहर मौजूद लोगों ने मलबे में दबे लोगों को निकालने का काम शुरू किया। साथ ही पुलिस को भी सूचना देकर बुलाया। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले गांव के कुछ लोग आ गए और मलबा हटाना शुरू किया। उसके बाद पुलिस भी आ गई।
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महोबा जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने बताया कि सरकारी पट्टे का काम किया जा रहा था, तभी अचानक हादसा हो गया। जिसमे काम कर रहे तीन मजदूरों की मलबे में दबकर मौत हो गई है। जबकि एक की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। मलबे में दबे सात अन्य लोगों को निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनकी हालत खतरे से बाहर है। मौके पर एसपी अपर्णा गुप्ता सहित चार थानों की फोर्स मौजूद हैं। मृतकों के परिजनों को समझाया गया है. हर संभव मदद का भरोसा दिया गया है। इस घटना में प्रेमचंद्र कुशवाहा, रामफूल अहिरवार व दो अन्य मजदूरों की मौत हो गई है। जबकि नीरज पुत्र इंद्रपाल,लल्लू पुत्र राम आसरे, छोटबा पुत्र विशाल पाल,अखिलेश पुत्र राम प्यारे, राममिलन कुशवाहा, धीरू सिंह व एक अन्य मजदूर घायल हैं।