उत्तर प्रदेश में बढा कोरोना संक्रमण, 24 घंटे में 2600 लोग संक्रमित
प्रदेश में अब तक कुल 3,49,22,434 सैम्पल की जांच की गयी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 2600 नये मामले आये हैं..
प्रदेश में अब तक कुल 3,49,22,434 सैम्पल की जांच की गयी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 2600 नये मामले आये हैं।
प्रदेश में 11,918 कोरोना के एक्टिव मामले में से 6,722 लोग होम आइसोलेशन में हैं। निजी चिकित्सालयों 287 मरीज अपना इलाज करा रहे है, इसके अतिरिक्त सरकारी चिकित्सालयों में निशुल्क इलाज करा रहे है।
यह जानकारी उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए दी।उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 5,99,045 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
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प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,88,839 क्षेत्रों में 5,15,980 टीम दिवस के माध्यम से 3,16,45,240 घरों के 15,35,51,766 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 45 वर्ष सेे अधिक आयु वालों को कोविड वैक्सीनेशन 5000 केन्द्रों पर किया जा रहा है।
आप सभी से अपील है कि जो लोग 45 वर्ष से अधिक है वो कोविड सेंटर पर जाकर टीकाकरण अवश्य करायें, जो लोग वैक्सीनेशन कराना चाहते है वह अपना कोविन पोर्टल पर जाकर प्री आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते है।
अगर जो लोग आॅनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाते है, वो स्वयं अपना आधार कार्ड या कोई पहचान पत्र लेकर वैक्सीनेशन सेन्टर पर जायें वहां पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मी आपका पंजीकरण करके आपका टीकाकरण कर दिया जायेगा। अगर निजी चिकित्सालयों में वैक्सीनेशन कराते है तो एक डोज का 250 रूपये भुगतान करना होगा।
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श्री प्रसाद ने बताया कि 11 लाख से अधिक लोग दोनो डोज लगवा चुके है, जिन्होंने दोनो डोज ले चुके है उनमें नहीं के बराबर संक्रमण पाया गया है। जिनमें संक्रमण मिले है उनमें किसी भी प्रकार की जटिलता नहीं पायी गयी है। जो एक डोज लगवा चुके है वे निर्धारित समय पर, दूसरी डोज अवश्य लगवाये और इसमें लापरवाही बिल्कुल भी न करे।
इस बात का भ्रम बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए कि यह बीमारी शहरी क्षेत्रों में पायी जाती है। यह संक्रमण शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों मंे दोनों जगह पर फैलती है। उन्होंने बताया कि ग्राम निगरानी समिति व मोहल्ला निगरानी समिति को फिर से सक्रिय होने की आवश्यकता है जिससे संक्रमण को रोका जा सके।
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श्री प्रसाद ने बताया कि दो तरह की वैक्सीन का उपयोग किया जा रहा है। दोनों ही वैक्सीन प्रभावशाली व सुरक्षित है। पहला नाम है को-वैक्सीन, दूसरा नाम है कोविड-शील्ड। जिन लोगों ने को-वैक्सीन लगवायी है, उनकी दूसरी डोज चार सप्ताह के बाद लगायी जा रही थी।
पहले जो लोग कोविड शील्ड लगवा रहे थे। उनकी भी दूसरी डोज चार सप्ताह के बाद लगायी जा रही थी। लेकिन कोविड शील्ड को 04-08 सप्ताह के बीच लगाया जा सकता है तथा दूसरी डोज को 06 से 08 सप्ताह के बीच लगाया जाये तो इसका प्रभाव अधिक होगा।
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जिनको अब कोविड शील्ड लगाया जायेगा, उनको अब दूसरी डोज की तारीख 06 सप्ताह के बाद देंगे। उन्होंने बताया कि इस समय विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
आप लोग अपने हाथ को साबुन पानी से बार-बार धोते/सेनेटाइज करते रहें, तथा मास्क का प्रयोग अवश्य करें। संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकाॅल का पालन अवश्य करें।
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