बाँदा : नाबालिग से रिश्ता बनाकर अब शादी से मुकरा युवक, पीड़िता पहुंची पुलिस के पास
इसी माह बालिग हुई शहर के ख़ुटला निवासी पीड़िता लगातार कई दिन तक पुलिस के चक्कर लगाने के बाद जब न्याय की आस में...

बांदा, 18 अक्टूबर। इसी माह बालिग हुई शहर के ख़ुटला निवासी पीड़िता लगातार कई दिन तक पुलिस के चक्कर लगाने के बाद जब न्याय की आस में पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंची तो पुलिस अधीक्षक की गैर मौजूदगी में पीड़िता ने सीओ सिटी मेविस टॉक से मिलकर उन्हें अपने ऊपर हुए जुल्मों की दास्तान सुनाई, जिस पर सीओ सिटी ने पीड़िता को समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। लेकिन इस घटना से कहीं न कहीं एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और पुलिस कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। क्योंकि पीड़िता कई दिनों से थाना, चौकी के चक्कर लगा रही थी, पर उसकी मदद किसी ने नहीं की। पीड़िता के मुताबिक पुलिस वाले उससे उन अंतरंग वीडियो को दिखाने व मोबाइल में भेजने को कहते थे, जो उन्हें नहीं मांगने चाहिए थे।
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बुन्देलखण्ड न्यूज से बातचीत में पीड़िता ने अपने ऊपर लंबे समय से हो रहे मानसिक उत्पीड़न और धमकियों का आरोप लगाया। पीड़िता का कहना है कि दो ढाई वर्ष पहले सोशल मीडिया के माध्यम से शहर कोतवाली निवासी शिवा गुप्ता से जान पहचान हुई। उसके बाद शिवा ने उसे नशीली गोलियां खिलाकर उसके साथ कई बार संबंध बनाए और वीडियो भी बनाया। इसी को लेकर वो हमेशा ब्लैकमेल भी करता रहा। वो हमेशा उसे बालिग होने पर शादी करने का झांसा भी देता रहा। इसी को लेकर एक बार सादे कागज पर लिखित समझौता भी हुआ पर अब, जब वह इसी माह बालिग हो चुकी है तो शिवा गुप्ता ने उससे शादी करने से साफ इंकार कर दिया।
पीड़ित लड़की का कहना है कि वो 7 तारीख से लगातार पुलिस के चक्कर लगा रही है पर उसकी बात सुनने के लिए कोई तैयार नहीं। उल्टा पुलिस वाले उससे वो अश्लील वीडियो दिखाने को कहते हैं, जिन्हें वह किसी महिला पुलिस को ही दिखा सकती है।
पीड़िता ने अपने ऊपर हुए जुल्मों के बारे में जब पूर्व जिला पंचायत सदस्य मीना भारती को बताया तो वे उसे लेकर आज पुलिस अधीक्षक (SP) कार्यालय पहुंची, लेकिन SP की अनुपस्थिति के चलते वे तहसील परिसर में सीओ सिटी सुश्री मेविस टॉक से मिलीं। यहाँ पीड़िता ने अपनी आपबीती विस्तार से बताते हुए उन्हें प्रार्थना पत्र सौंपा और साक्ष्य में वह वीडियो भी दिखाए, जिन्हें आरोपी द्वारा बनाया गया था। सीओ सिटी मेविस टॉक ने पीड़िता को निष्पक्ष जांच और कार्रवाई का पूरा आश्वासन दिया।
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बुन्देलखण्ड न्यूज़ से बात करते हुए पीड़िता ने अपनी व्यथा साझा करते हुए कहा कि "मैं कई दिनों से थाना एवं चौकी के चक्कर काट रही हूँ, लेकिन मेरी समस्याओं को गम्भीरता से नहीं सुना जा रहा है। उल्टा मुझसे बार-बार वीडियो दिखाने के लिए कहा जाता है। मेरी मांग है कि मुझे न्याय मिले और कार्रवाई की जाए।"
महिला सुरक्षा और न्याय की मांग पर बांदा में यह मामला सुर्खियों में है। पीड़िता को पुलिस प्रशासन से सिर्फ कार्रवाई की उम्मीद है, वहीं समाज भी चाह रहा है कि ऐसे मामलों में सटीक और संवेदनशील कार्यवाही हो। ताकि एक बेटी को न्याय मिले और उसका शोषण करने वाले को सज़ा।
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