IAS अभिषेक सिंह का इस्‍तीफा मंजूर होते ही.  IAS दुर्गा शक्ति नागपाल चर्चा में

उत्‍तर प्रदेश के आईएएस अफसर अभिषेक सिंह का इस्‍तीफा मंजूर होते ही सोशल मीडिया पर उनकी पत्‍नी दुर्गा शक्ति नागपाल के बारे में चर्चा शुरू हो गई है। दुर्गा शक्ति नागपाल भी ...

Feb 29, 2024 - 05:30
Feb 29, 2024 - 05:50
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IAS अभिषेक सिंह का इस्‍तीफा मंजूर होते ही.  IAS दुर्गा शक्ति नागपाल चर्चा में

उत्‍तर प्रदेश के आईएएस अफसर अभिषेक सिंह का इस्‍तीफा मंजूर होते ही सोशल मीडिया पर उनकी पत्‍नी दुर्गा शक्ति नागपाल के बारे में चर्चा शुरू हो गई है। दुर्गा शक्ति नागपाल भी आईएएस हैं और इस समय बांदा जिले की कमान संभाल रही हैं। 2010 बैच की अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल को पहली बार पिछले साल अप्रैल में इसी जिले का डीएम बनाया गया।

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दरअसल, 2013 में गौतमबुद्धनगर में अपनी पहली तैनाती के दौरान दुर्गा शक्ति विवादों में आ गईं थीं। जिसके बाद उन्हें तत्कालीन अखिलेश सरकार ने सस्पेंड कर दिया था। दुर्गा शक्ति उस समय एसडीएम पद पर तैनात थीं। दुर्गा शक्ति नागपाल ने ग्रेटर नोएडा में बन रहे एक धार्मिक स्‍थल के निर्माण पर रोक लगा दी थी। ये निर्माण बगैर अनुमति लिए गैरकानूनी तरीके से हो रहा था। इसके बाद स्‍थानीय सपा नेता नरेंद्र भाटी ने इसकी शिकायत समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं से की। शिकायत के कुछ घंटे के भीतर दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्‍पेंड कर दिया गया। दुर्गा शक्ति ने अपनी जोरदार मुहिम से खनन माफिया की नाक में दम कर दिया था। उन्‍होंने करीब एक दर्जन जगहों पर छापेमारी की थी।

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योगी आदित्‍यनाथ सरकार में पहली बार दुर्गा शक्ति नागपाल को किसी जिले का डीएम बनाया गया। इससे पहले वह चिकित्‍सा शिक्षा विभाग में विशेष सचिव पद पर तैनात थीं। 2011 में दुर्गा शक्ति नागपाल ने आईएएस अफसर अभिषेक सिंह से विवाह किया। अभिषेक सिंह ’दिल्‍ली क्राइम’ वेबसीरीज में काम कर चर्चित हुए। उन्‍होंने कई म्‍यूजिक वीडियो में भी काम किया हुआ है। चर्चा है कि इस बार वह लोकसभा चुनाव में जौनपुर सीट से उतर सकते है।

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आईएएस अभिषेक सिंह का इस्तीफा केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद स्वीकार कर लिया गया है। इसे गुरुवार यानी आज से प्रभावी माना जाएगा। अभिषेक वर्ष 2011 बैच के आईएएस हैं. उन्होंने अक्टूबर 2023 में इस्तीफा दिया था। आईएएस की नौकरी छोड़कर अभिषेक सिंह अब अपने राजनीतिक जीवन का शुरुवात करेंगे।  अभिषेक वर्ष 2015 में प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली चले गए थे। 2018 में यह अवधि दो साल के लिए और बढ़ा दी गई। लेकिन उस दौरान वे मेडिकल लीव पर चले गए। इसके बाद दिल्‍ली सरकार ने अभिषेक को वापस उनके मूल कैडर यूपी भेज दिया।

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लंबे समय तक उन्‍होंने यूपी में नौकरी जॉइन नहीं किया। नियुक्ति विभाग को उन्‍होंने कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं दिया। बाद में 30 जून, 2022 को उन्‍होंने जॉइन किया। अभिषेक सिंह को 2022 में गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से प्रेक्षक बनाकर भेजा गया। उन्‍होंने प्रेक्षक ड्यूटी का कार्यभार ग्रहण किया। वहां कार के आगे सेलिब्रिटी के अंदाज वाला उनका फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो निर्वाचन आयोग ने 18 नवंबर 2022 को उन्हें प्रेक्षक ड्यूटी से हटा दिया था। गुजरात से लौटने के बाद अभिषेक सिंह ने यूपी में फिर अपनी ड्यूटी जॉइन की। इस बार यूपी सरकार ने उन्‍हें सस्‍पेंड कर दिया था। इसके बाद उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन किया था।

बता दें कि अभिषेक सिंह ने फरवरी की शुरुआत में जौनपुरवासियों के लिए निःशु्ल्क अयोध्या धाम की यात्रा शुरू की है। इस यात्रा में रोजाना 5 बसें श्रद्धालुओं को लेकर अयोध्या धाम जाएंगी और उन्हें शाम को जौनपुर छोड़ेंगी। अभिषेक ने इसका वीडियो संदेश भी सोशल मीडिया पर डाला था। अभिषेक ने बसों का नाम जौनपुर निषाद रथ रखा। चर्चा है कि अभिषेक जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। जौनपुर में निषाद निर्णायक भूमिका में हैं। इससे पहले भी अभिषेक जौनपुर में कई सिलेब्रिटीज को जौनपुर ला चुके हैं।

अनुज हनुमत

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