आजमगढ़ चिल्ड्रंस गर्ल्स स्कूल के प्रधानाचार्य शिक्षक की गिरफ्तारी के विरोध में बुंदेलखंड में बंद रहे 300 स्कूल
आजमगढ़ के चिल्ड्रंस गर्ल्स स्कूल में हुई घटना की निष्पक्ष जांच कराए बिना ही विद्यालय की प्रधानाचार्य एवं शिक्षक की हुई गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेश में विभिन्न संगठनों के साथ बुंदेलखंड..
आजमगढ़ के चिल्ड्रंस गर्ल्स स्कूल में हुई घटना की निष्पक्ष जांच कराए बिना ही विद्यालय की प्रधानाचार्य एवं शिक्षक की हुई गिरफ्तारी के विरोध में प्रदेश में विभिन्न संगठनों के साथ बुंदेलखंड अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के आहवाहन पर बुंदेलखंड के सभी 300 निजी स्कूल मंगलवार को बंद रहे। चित्रकूट धाम मंडल मुख्यालय में संगठन की ओर से कमिश्नर को ज्ञापन देकर घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। इस मौके पर जिलाधिकारी बांदा और जिलाधिकारी हमीरपुर भी उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें - तीन दशक तक बांदा जिले के संघ चालक रहे रमाशंकर श्रीवास्तव का निधन
ज्ञापन में कहा गया है कि आजमगढ़ गर्ल्स कॉलेज में एक छात्रा ने बैग की तलाशी के दौरान मोबाइल पकड़े जाने पर विद्यालय में खुदकुशी कर ली। यह घटना अत्यंत दुखद है। हम संवेदना व्यक्त करते हैं किंतु इस घटना पर सवाल उठता है कि कैसे विद्यालय का प्रिंसिपल और शिक्षक इसमें दोषी हो सकता है। जिनको धारा 305 के अंतर्गत गिरफ्तार कर लिया गया है। मोबाइल फोन बच्चों के माता-पिता उनको देते हैं जिससे बच्चे दुरुपयोग करते हैं। वहीं आज किसी भी विद्यालय में जरा जरा सी बात पर अभिभावक तरह-तरह की धमकी देते हैं।
यही वजह है कि बच्चों ने भी शिक्षक शिक्षिकाओं एवं विद्यालयों को सम्मान देना बंद कर दिया है।
यह भी पढ़ें- कांशीराम कॉलोनी में किशोरी के साथ दुष्कर्म, इस आरोपी को पकड़ किया पुलिस के हवाले
यह भी कहना है कि आज की जनरेशन यानी छात्र-छात्राओं में नैतिक मूल्य की गिरावट आ रही है। इसके लिए क्या शिक्षक जिम्मेदार हैं। फिर भी अभिभावकों की धमकी से आज विद्यालय प्रबंधक, प्रधानाचार्य एवं शिक्षक विद्यालय संचालन में डरने लगे है क्योंकि किस समय उनके खिलाफ कार्रवाई हो जाएगी यह स्वयं उन्हें नहीं पता है।
निस्संदेह जिस परिवार ने अपने बच्चे को खोया है वह दुखद है। उसके लिए क्या सिर्फ शिक्षक या विद्यालय जिम्मेदार है । अभिभावक का कोई दायित्व नहीं है।
उत्तर प्रदेश के समस्त निजी विद्यालय संगठन यह मांग करते हैं कि घटना की निष्पक्ष एवं सत्यता से जांच की जाये। जांच के उपरांत यदि संबंधित व्यक्ति दोषी है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। अन्यथा उन्हें तत्काल रिहा किया जाए।
यह भी पढ़ें-मण्डलीय चिकित्सालय में सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान का डीएम ने किया शुभारम्भ
बुंदेलखंड अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष व डायरेक्टर सेंट जेवियर हाईस्कूल नवल किशोर चौधरी ने बताया कि बुंदेलखंड में ढाई सौ से तीन सौ निजी स्कूल हैं, जबकि बांदा जिले में इनकी संख्या पचास से साठ है। आजमगढ़ के चिल्ड्रेन गर्ल्स स्कूल में 31 जुलाई को स्कूल की एक छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थी। उस बच्ची की मृत्यु पर सभी को अफसोस है। साथ ही उसके गुनेहगारों को जल्द पकड़ने की मांग भी उठाते हैं। लेकिन, बिना जांच पड़ताल के पुलिस ने स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया। इसके विरोध में स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया और इस सम्बन्ध् में आज चित्रकूट मंडल के कमिश्नर को ज्ञापन दिया गया हैै।
यह भी पढ़ें - पुलिस लाइन में बडा हादसाः जर्जर बैरक का एक हिस्सा गिरा,सिपाही की मौत
ज्ञापन देने वालों में सचिव मनीष गुप्ता, उपसचिव श्यामजी निगम के अलावा निदेशक सेंट जॉर्ज स्कूल अल्बर्ट रस्किन, प्रबंधक बचपन प्ले स्कूल प्रवी यादव, प्रबंधक एमटी इंटरनेशनल स्कूल विप्रांश यादव, प्रधानाचार्य गुरु राम राय पब्लिक स्कूल राजेंद्र सिंह, प्रबंधक कृष्णा आइडियल पब्लिक स्कूल सौरभ यादव, प्रबंधक बांदा पब्लिक स्कूल आलोक त्रिपाठी, प्रबंधक पंडित राम कृपाल बालिका इंटर कॉलेज जखनी डॉक्टर दिनेश दीक्षित ,प्रधानाचार्य सेंट जेवियर स्कूल रीना सिंह, प्रधानाचार्य विद्यावती निगम मेमोरियल पब्लिक स्कूल, प्रधानाचार्य संत तुलसी पब्लिक स्कूल, प्रधानाचार्य भागवत प्रसाद मेमोरियल पब्लिक स्कूल आदि शामिल रहे ।