माफिया मुख्तार अंसारी व उसके गुर्गे भीम सिंह को 10-10 वर्ष का सश्रम कारावास
गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने आज माफिया मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगी भीम सिंह को दोषी करार दे...
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गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट ने आज माफिया मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगी भीम सिंह को दोषी करार दे दिया है। 1996 में सदर कोतवाली में मुख्तार अंसारी और मुख्तार के सहयोगी भीम सिंह पर गैंगस्टर की धारा में केस दर्ज किया गया था। कोर्ट ने दोनों को 10-10 साल की सजा सुनाई है।
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बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगी भीम सिंह को को बुधवार को गैंगेस्टर मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने दोषी करार देते हुए 10-10 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने 5-5 लाख का जुर्माना भी लगाया है। कोर्ट द्वारा फैसला सुनाते ही मुख्तार अंसारी रो पड़ा।
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उल्लेखनीय है कि मुख्तार पर दर्ज गैंगस्टर मामले में 25 नवंबर को फैसला सुनाया जाना था। लेकिन, संबंधित कोर्ट के जज के तबादले के कारण फैसले के लिए 15 दिसंबर की तारीख नियत की गई। वर्ष 1996 में सदर कोतवाली में मुख्तार अंसारी पर दर्ज गैंगस्टर केस में जिरह और गवाही सोमवार को पूरी कर ली गई थी। इसके बाद एमपी एमलए कोर्ट ने बुधवार को माफिया मुख्तार अंसारी और उसके सहयोगी भीम सिंह को दोषी करार दे दिया। इस मामले में कुल 11 गवाहों की गवाही हुई। कोर्ट ने दोनों को 10-10 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही 5-5 लाख का जुर्माना भी लगाया है।
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शासकीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने बताया गाजीपुर में वर्ष 1996 में सदर कोतवाली में मुख्तार अंसारी और मुख्तार के सहयोगी भीम सिंह पर गैंगस्टर की धारा में केस दर्ज किया गया था। यह मामला गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में सोमवार को जिरह और गवाही पूरी हुई थी। इसके बाद अदालत ने पत्रावली पर फैसले के लिए 15 दिसंबर की तारीख नियत की थी। इस मामले में पूर्व में 25 नवंबर को ही फैसला आना था। लेकिन, पीठासीन अधिकारी का तबादला हो जाने से प्रक्रिया रुक गई थी।
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