पहाड़ी से गिरने वाले झरने और हाथी कुंड का कायाकल्प किया जाएगा

विध्यांचल पर्वत श्रृंखलाओं की तलहटी में स्थित प्रसिद्ध क्षेत्र अमझराघाटी के पास जंगल में स्थित पहाड़ी से गिरने वाले झरने...

पहाड़ी से गिरने वाले झरने और हाथी कुंड का कायाकल्प किया जाएगा

विध्यांचल पर्वत श्रृंखलाओं की तलहटी में स्थित प्रसिद्ध क्षेत्र अमझराघाटी के पास जंगल में स्थित पहाड़ी से गिरने वाले झरने और हाथी कुंड का कायाकल्प किया जाएगा। जिलाधिकारी आलोक सिंह के आदेश पर इन क्षेत्रों में होने वाले विकास कार्य का डीपीआर तैयार किया जा रहा है। हाथी कुंड के पास का सौंदर्यीकरण, पाथवे, प्याऊ, सोलर लाइट, नाली, सार्वजनिक शौचालय बनाया जाएगा।

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शासन की ओर से बुंदेलखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिले के विभिन्न क्षेत्रों को विकसित किया जा रहा है। विध्यांचल पर्वत शृंखला की तलहटी और झांसी-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग हाइवे पर नाराहट के पास स्थित अमझरा घाटी को भी पर्यटन विकास के लिए चुना गया है। यहां पर पहाड़ियों के पास स्थित प्राचीन हाथी कुंड को विकसित किया जाएगा। यहां पर सौंदर्यीकरण होगा। वहीं यहां स्थित गोशाला के पीछे स्थित प्राकृतिक झरने के पास सौंदर्यीकरण के साथ घाटों का निर्माण, कैफेटेरिया, रैलिंग के साथ सेल्फी प्वाइंट बनेगा।

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इस बारे में जिलाधिकारी ललितपुर आलोक सिंह ने बताया कि अमझरा घाटी के पास स्थित हाथी कुंड और पहाड़ से गिरने वाले प्राकृतिक झरने को पर्यटन स्थल बनाने का डीपीआर तैयार कराया जा रहा है। जिसके तहत यहां पर विभिन्न विकास कार्य कराए जाएंगे। शासन से स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू करा दिया जाएगा।

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