बीयू में छात्रों से रैगिंग पर बवाल, दो गुटों में मारपीट, हॉकी, डंडों से हमला, 15 से अधिक घायल
छात्रों से रैगिंग को लेकर बुधवार को विवाद हो गया और कैम्पस जंग का मैदान बना नजर आया। सीनियर और जूनियर...
छात्रों से रैगिंग को लेकर बुधवार को विवाद हो गया और कैम्पस जंग का मैदान बना नजर आया। सीनियर और जूनियर छात्रों के गुटों में पहले बीयू कैंपस में टकराव हुआ और फिर यह लोग विश्वविद्यालय के बाहर आ गए। यहां दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर हॉकी, डंडों से हमला कर दिया। ईंट-पत्थर फेंके गए। इस दौरान सड़क से गुजर रहे कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए। इस जंग में डेढ़ दर्जन से अधिक छात्रों को चोटें आई हैं। पुलिस ने घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। इस मामले में चार सीनियर छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।
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मंगलवार को बीयू के कंप्यूटर साइंस के प्रथम वर्ष के छात्रों को लार्ड बुद्धा हॉस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों ने परिचय देने के नाम पर छात्रावास में बुलाया था। मगर जूनियर छात्रों ने सीनियर के पास जाने से इंकार कर दिया। वहीं, बुधवार को ऑडिटोरियम में चल रहे एक कार्यक्रम में कंप्यूटर साइंस के प्रथम वर्ष के छात्र मौजूद थे। इसकी जानकारी जब लॉर्ड बुद्धा हॉस्टल के छात्रों को हुई तो शाम 5रू40 बजे सभी ऑडिटोरियम में पहुंच गए। वे सभी जूनियर छात्रों का बाहर निकलने का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच, कंप्यूटर साइंस के प्रथम वर्ष के छात्रों ने शिवाजी नगर स्थित हॉस्टल में रहने वाले द्वितीय वर्ष के छात्रों को मदद के लिए बुला लिया। फिर दोनों गुटों में टकराव होने लगा। दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर हॉकी और डंडों से हमला बोल दिया। ईंट और पत्थर भी फेंके जाने लगे। छात्र लड़ते-लड़ते बीयू के मुख्य द्वार पर पहुंच गए।
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यहां पर पथराव होने से कई राहगीर बाइक से गिरकर चोटिल हो गए। कइयों की कार के शीशे भी टूट गए। पथराव में बीटेक द्वितीय के छात्र अंकित, जीशाम समेत कई के सिर फूट गए। वहीं, अमन समेत 15 से अधिक छात्र घायल हो गए। घायल छात्रों का मेडिकल कॉलेज, निजी अस्पताल में इलाज कराया गया। वहीं, घटना से आक्रोशित सौ से अधिक जूनियर छात्र शाम साढ़े छह बजे बीयू के मेन गेट पर धरने पर बैठ गए। विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ भी छात्रों ने जमकर नारेबाजी की। छात्र कुलपति के आवास तक पहुंच गए। मगर वीसी लखनऊ में थे, इसलिए छात्र वापस लौटकर मुख्य द्वार पर आ गए। सूचना पर एसपी सिटी समेत भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। चार नामजद समेत अज्ञात छात्रों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद छात्रों ने धरना खत्म किया।
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धरने पर बैठे छात्रों ने आरोप लगाया कि लार्ड बुद्धा हॉस्टल में बाहरी और पास आउट छात्र भी रहते हैं। इनमें कुछ छात्रों पर मुकदमा भी है। मगर हॉस्टल के जिम्मेदार लोग इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। यहां तक कि बीयू प्रशासन के अधिकारियों ने भी कभी हॉस्टल जाकर निरीक्षण नहीं किया। इसलिए वो इन बातों से बेखबर हैं। इस बारे में कुल सचिव विनय कुमार सिंह ने बताया कि यह रैगिंग का मामला नहीं है। एग्रीकल्चर और बीटेक के छात्रों के बीच ऑडिटोरियम में चल रहे कार्यक्रम के दौरान किसी बात को लेकर बहस हुई। इसके बाद लॉर्ड बुद्धा और शिवाजी नगर के निजी हॉस्टल के छात्रों के बीच पथराव हुआ। कुछ छात्रों के सिर फट गए हैं। छात्रों को चिह्नित किया जा रहा है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।