मृत समझकर बुजुर्ग को अर्थी में ले जाने लगे तभी आई आवाज- ‘मैं अभी जिंदा हूं’
छतरपुर जिले के लवकुशनगर में चंदला रोड पर रहने वाले 96 वर्षीय बुजुर्ग मनसुख कुशवाहा को मृत समझकर परिजनों..
छतरपुर जिले के लवकुशनगर में चंदला रोड पर रहने वाले 96 वर्षीय बुजुर्ग मनसुख कुशवाहा को मृत समझकर परिजनों ने उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां कर ली,उन्हे अर्थी मेें लिटा कर ले जाने लगे तभी बुजुर्ग अर्थी से उठकर बोला मैं अभी मरा नहीं जिंदा हूं। यह सुनकर सारा मातमी माहौल खुशियों में बदल गया।
यह भी पढ़ें - कोरोना का ब्रेक हटते ही झांसी-मानिकपुर रेलवे ट्रैक पर डबल लाइन के काम में बढी रफ्तार
जानकारी के अनुसार मनसुख कुशवाहा का दो वर्षों से बीमार थे। पैर टूट जाने से वे चल नहीं पाते थे। मनसुख का छोटा बेटा रामकृपाल कुशवाहा और उसका परिवार बुढ़ापे में उनका सहारा था। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने से इलाज में परेशानी भी हो रही थी। बीते रोज अचानक मनसुख की तबीयत खराब हुई, वे निढाल हो गए।
परिवार के लोगों ने उन्हें मृत समझकर बुजुर्ग मनसुख लाल की मृत्यु की सूचना नाते-रिश्तेदारों को सूचना दे दी। सगे-संबंधी घर पहुंच गए। गऊ पूजन कराके अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी गईं।
इसी बीच अर्थी पर लेटे मनसुख उठकर बैठ गए। यह देखकर लोगों के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा और सारा मातमी माहौल हंसीखुशी में बदल गया। फिलहाल उनकी हालत ठीक बताई गई है।
यह भी पढ़ें - कानपुर की करिश्मा बनी महिला यूपी कांग्रेस कमेटी बुन्देलखण्ड जोन की प्रदेश अध्यक्ष
यह भी पढ़ें - चेन्नई में तैनात एयरफोर्स सैनिक गोली लगने से मौत, कानपुर पहुंचा शव देख परिजनों बेहाल