अजयगढ़ के पहाड से होकर बनेगी सुरंग, बनेगी रेल लाइन
पिछले 18 सालों से यह मामला अधर में अटका हुआ, ललितपुर-सिंगरौली परियोजना के तहत खजुराहो से पन्ना के बीच पटरी बिछाने का रूट आखिरकार अब फाइनल हो गया है...
पिछले 18 सालों से यह मामला अधर में अटका हुआ, ललितपुर-सिंगरौली परियोजना के तहत खजुराहो से पन्ना के बीच पटरी बिछाने का रूट आखिरकार अब फाइनल हो गया है। अब खजुराहो से चंद्रनगर, अजयगढ़ होते हुए पन्ना तक 71 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी। इससे खजुराहो से पन्ना के बीच की पहले सर्वे की तुलना में दूरी 22 किमी अधिक हो गई है। वर्ष 1998 में शुरू हुई पन्ना टाइगर रिजर्व का कोर एरिया बीच में होने के कारण यह मामला अटका था।
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रेलवे ने अब नए रूट के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करना भी शुरू कर दिया है। नवंबर तक डीपीआर तैयार हो जाएगा। परियोजना के पहले सर्वे के तहत खजुराहो से पन्ना के बीच नेशनल हाइवे के किनारे से मंडला होते हुए पन्ना तक रेलव लाइन बिछाना प्रस्तावित था। इस प्रस्ताव में रेलवे लाइन के पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर ऐरिया के बीच से होकर गुजर रही थी। इस कारण इस प्रस्ताव पर पन्ना टाइगर रिजर्व को आपत्ति थी।
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पन्ना टाइगर की आपत्तियों के चलते ही रेलवे लाइन का फाइनल रूट तय नहीं हो पा रहा था। इसके लिए रेलवे 18 सालों ने 6 बार अलग-अलग मार्गों से लाइन डालने के लिए सर्वे कराए, लेकिन पन्ना टाइगर रिजर्व की सीमाओं के चलते विवाद जारी रहा। सड़क मार्ग से छतरपुर से पन्ना की दूरी 68 किलोमीटर है। पर रेल मार्ग से यही दूरी बढ़कर 101 किलो मीटर हो जाएगी। रेलमार्ग से छतरपुर से खजुराहो तक की दूरी 30 किलोमीटर है। इसी प्रकार खजुराहो से पन्ना की दूरी 71 किलोमीटर होगी।
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ललितपुर-सिंगरौली परियोजना को तीन चरणों में पूरा किया जा रहा है। इसके पहले चरण में महोबा से खजुराहो के बीच वर्ष 2008 से ट्रेन चल रही है। दूसरे चरण में ललितपुर से टीकमगढ़, छतरपुर से खजुराहो तक ट्रेक तैयार हो गया। ट्रेन का संचालन अक्टूबर माह में शुरू होने की उम्मीद है। तीसरे चरण में खजुराहो से पन्ना होकर सतना को जोड़ा जाना है। पन्ना से सतना के बीच भूअधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। खजुराहो से पन्ना के बीच टाइगर रिजर्व के कारण रेलवे लाइन अधर में लटकती नजर आ रही थी, लेकिन अब रेलवे के नया रूट चुन लिए जाने के कारण रास्ता आसान हो गया ।
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खजुराहो-पन्ना के बीच पहाड़ और नदियों के बीच से रेलवे लाइन को डाला जाएगा। यह लाइन अजयगढ़ घाटी से होकर पन्ना को जोड़ेगी। रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनयर आरसी मंडलोई ने बताया कि वोग कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से किए गए सर्वे पर उन्होंने डीपीआर बनाने का काम शुरू कर दिया है। इस रूट पर सुरंग भी बनाई जाएगी। केन नदी पर इस परियोजना का सबसे लंबा पुल भी बनेगा। डीपीआर में पुल और सुरंग की लंबाई चैड़ाई तय होगी। उन्होंने बताया कि डीपीआर तैयार होते ही भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।