कानपुर-सागर फोरलेन बनने से बुंदेलखंड के इन जिलों को होगा फायदा, भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू
छतरपुर जिले से गुजरने वाले दूसरे बड़े फोरलेन निर्माण की कवायद तेज हो गई है। कानपुर-सागर नेशनल हाईवे क्रमांक 34 को फोरलेन बनाने..
छतरपुर जिले से गुजरने वाले दूसरे बड़े फोरलेन निर्माण की कवायद तेज हो गई है। कानपुर-सागर नेशनल हाईवे क्रमांक 34 को फोरलेन बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण अधिसूचना जारी होने के बाद कार्य तेजी से शुरू हो गया है। इस फोरलेन से पूरे बुंदेलखंड को फायदा मिलेगा। लंबे समय से लोगों को जिस नये विकास का इंतजार था, अब उसी योजना पर तेजी से काम शुरू हो गया है।
दरअसल 232.7 किमी लंबे सागर-कबरई फोरलेन निर्माण के लिए दो चरणों में काम होना है। एक चरण में यूपी के क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा छतरपुुर से होकर गुजरने वाले सागर-कबरई तक फोरलेन निर्माण व चौड़ीकरण के लिए भूअर्जन की तैयारी तेजी से की जा रही है। इस मार्ग के बन जाने से सागर की ओर से पन्नाा, महोबा व नौगांव की ओर जाने वाले भारी वाहनों को नगर में प्रवेश किए बिना बाहर से ही सीधा रास्ता मिल जाएगा।
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जिससे शहर के अंदर वाहनों का आना रुक जाएगा और यातायात का दबाव भी कम हो जाएगा। साथ ही लोगों को नगर के अंदर से निकले हाईवे पर रोज दिन में कई बार लगने वाले जाम की समस्या व दुर्घटनाओं से भी राहत मिल जाएगी। साथ ही कबरई से कानपुर हाईवे और कानपुर से लखनऊ के लिए फोरलेन पहले से बना है।
232.7 किमी लंबा सागर-कबरई फोरलेन बन जाने के बाद सागर और छतरपुर के व्यापारियों के लिए लखनऊ और कानपुर में परेशानी नहीं होगी। यह फोरलेन छतरपुर जिले के बड़ामलहरा, बिजावर, छतरपुर और महाराजपुर तहसील क्षेत्र से होकर गुजरेगा। इन तहसील क्षेत्रों में सड़क के दोनों ओर जमीनों का अधिग्रहण किया जाना है। इसके लिए चारों तहसीलों के 57 ग्रामों के भूमि खसरा नंबरों के क्रय-विक्रय पर रोक लगाकर अधिसूचना जारी कर दी है।
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हाल ही में इस बारे में बड़ामलहरा एसडीएम ने आदेश जारी करके राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 934 व 34 सागर-कबरई खंड के फोरलेन निर्माण चौड़ीकरण के लिए भूअर्जन से प्रभावित खसरा संख्या के अंतर्गत सड़क के मध्य से 40 मीटर तक जहां क्रय-विक्रय पर पूर्ण रोक लगाने व नियमानुसार मध्य बिन्दु से 75 मीटर दोनों तरफ किसी भी निर्माण के पूर्व एनएचएआइ से अनुमति लेने का आदेश दिया है।
सागर से उत्तर प्रदेश के कबरई-कानपुर तक सागर-लखनऊ इकोनामिक कारिडोर के नाम से फोरलेन सड़क निर्माण का कार्य किया जाना है। इसके लिए सर्वे गुडगांव की यूआरएस स्कोर्ट बिलसन कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। यह कंपनी सर्वे के आधार पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करेगी। इसके बाद पैरलल स्वाइल इनवेस्टिगेशन, एलाइनमेंट सहित अन्य तकनीकि खानापूर्ति करने के बाद नक्शे को अंतिम रूप दिया जाएगा। फिर फोरलेन निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया होगी।
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