बुन्देलखण्ड के चित्रकूट में नहीं थम रहा कोरोना का कहर, चार और संक्रमित मिले
बुन्देलखण्ड के अन्य जनपदों में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की रफ्तार धीमी पड़ गई है, लेकिन चित्रकूट में कोरोना वायरस थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज यहां चार और संक्रमित मरीज पाए जाने से मरीजों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है।अब चित्रकूट मंडल में चित्रकूट जनपद ऐसा जनपद है जहां मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा हो गई है। बुन्देलखण्ड में जब कोरोना वायरस ने दस्तक दी थी तब चित्रकूट ग्रीन जोन में था।
डेढ़ महीने तक यहां कोई मरीज नहीं मिला जबकि झांसी और बांदा में मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। झांसी में अब तक 42 मरीज संक्रमित पाए गए हैं यहां 5 मरीजों की मौत भी हुई है।इसके बाद जालौन में कोरोना ने कहर बरपाना शुरू किया। यहां अब तक 44 मरीज मिल चुके हैं और 3 मरीजों की मौत हो चुकी है। बांदा में 25 मरीज मिले हैं लेकिन यहां किसी की मौत नहीं हुई। इधर जब से चित्रकूट में मरीजों का मिलने का सिलसिला शुरू हुआ तो थमने का नाम नहीं लिया। यहां जो भी मरीज पाए जा रहे हैं वह प्रवासी मजदूर हैं। उनके बाहर से आने के बाद ही यहां कोरोना ने पांव पसारना शुरू किया।
आज चार और मरीज मिलने से मरीजों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है। इसी तरह महोबा में 12, हमीरपुर में 9 और ललितपुर में 3 मरीज पाए गए है। उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड के जनपदों में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और चित्रकूट में भी कोरोना की चपेट में आकर दो लोगों ने दम तोड़ा है। अभी भी लगातार मरीज मिलने से जनपद के अधिकारियों की चिंता बढ़ रही है। जनपद में आज दोपहर चार लोगों की कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है इनमें एक महिला भी शामिल है जो मुंबई से मानिकपुर आई थी इसकी पुष्टि सीएमओ डॉ विनोद कुमार यादव ने की।
इस बीच जिलाधिकारी शेषमणि पांडे तथा पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने आज विकासखंड कर्वी के ग्राम भभई में कोरोना पॉजिटिव मरीज की सूचना पाए जाने पर ग्राम का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनोद कुमार को निर्देश दिए कि पूरे गांव को सैनिटाइज तथा साफ-सफाई व्यवस्था कराएं और पूरे परिवार के लोगों व जो लोग उसके संपर्क में आए हैं उनका शत-प्रतिशत स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए।
जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी करबी श्री सुनील सिंह को निर्देश दिए निगरानी समिति को सक्रिय करके जानकारी लेते रहे उन्होंने कहा कि ग्राम निगरानी समिति का दायित्व है कि प्रत्येक गांव में निगरानी करते हुए अगर कोई व्यक्ति संक्रमित पाया जाता है तो उसकी तत्काल सूचना उपलब्ध कराएं इसमें लापरवाही ना करें नहीं तो निगरानी समिति के सदस्यों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान से कहा कि आप प्रत्येक दिन ग्राम की साफ-सफाई तथा लोगों से बीमारी आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करते रहें कोई समस्या हो तो तत्काल प्रशासन को अवगत कराएं।
निरीक्षण के दौरान उप जिला अधिकारी कर्वी श्री अश्विनी कुमार पांडे, तहसीलदार कर्वी श्री दिलीप कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनोद कुमार, खंड विकास अधिकारी करबी श्री सुनील सिंह, सहायक विकास अधिकारी पंचायत रमेश चंद गुप्ता सहित संबंधित अधिकारी व ग्राम निगरानी समिति के लोग मौजूद रहे।