केन-बेतवा लिंक परियोजना का अक्टूबर माह में हो सकता है शिलान्यास
केन-बेतवा लिंक परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए बड़ी और महात्वाकांक्षी परियोजना है। काफी लंबे समय से विवादों में इस..
केन-बेतवा लिंक परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए बड़ी और महात्वाकांक्षी परियोजना है। काफी लंबे समय से विवादों में इस परियोजना को लेकर एमपी-यूपी के बीच बाधाऐ दूर करने के बाद दिल्ली की एक टीम ने पिछले दिनों इस परियोजना का अंतिम सर्वे पूरा कर लिया है। अब यदि सबकुछ सही रहा तो अक्टूबर माह में इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए शिलान्यास किया जाएगा। इस परियोजना से एमपी व यूपी के पांच जिलों की असिंचित भूमि को भरपूर पानी मिल सकेगा। बांध से बिजली बनने से बिजली संकट दूर होगा।
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पिछले दिनों दिल्ली से आई विशेषज्ञों की एक टीम ने स्थानीय अभियंताओं के साथ इस बड़ी परियोजना का सर्वे कार्य पूरा कर लिया है। इसमें दिल्ली की विशेषज्ञ एजेंसी ने भी पूरी मदद की है। बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए यह परियोजना एक बड़ी और महात्वाकांक्षी परियोजना है। इससे बुंदेलखंड के एमपी व यूपी अंचल के लाखों किसानों व हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि का भविष्य जुड़ा है।
बता दें कि 10 मार्च 2021 को केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद एमपी और यूपी सरकार के बीच सहमति बन सकी। इसके बाद 22 अप्रेल 2021 को एमपी-यूपी की सरकारों व केन्द्र सरकार ने इस परियोजना के त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके बाद से यह संभावना प्रबल हो गई कि अब निकट भविष्य में शिलान्यास के साथ परियोजना धीरे-धीरे आकार लेने लगेगी। इसे लेकर एमपी-यूपी के पांच जिलों के किसानों की कुल 63,5661 हेक्टेयर भूमि को भरपूर पानी मिलने से खुशहाली की उम्मीद और बढ़ गई है।
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सूत्रों की मानें तो अक्टूबर माह में केन-बेतवा लिंक परियोजना के शिलान्यास के लिए यूपी का सिंचाई विभाग जोर-शोर से तैयारियों में जुटा है। कुछ स्वीकृतियां मिलना शेष जानकारी के अनुसार केन-बेतवा लिंक परियोजना के क्रियान्वयन को अंतिम रूप दिया जा चुका है।
पहले डीपीआर में इसे दो चरणों में पूरा होना था, मगर अब जल संसाधन मंत्रालय व नदी विकास मंत्रालय की साझा स्वीकृति से दोनों चरणों को एक साथ मिलाकर इस कार्य को तेजी से पूरा करने का खाका तैयार कर लिया है। बस अब इस परियोजना के लिए कुछ स्वीकृतियां मिलना शेष है।
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- केन नदी पर ढोढ़ बांध बनेगा
इस परियोजना का जो नक्शा है उसमें केन बेतवा लिंक परियोजना में चार बांध बनाए जाएंगे। छतरपुर जिले के अंतर्गत केन नदी पर 2613.19 करोड़ की लागत से ढोढ़ बांध बनेगा, जो 77 मीटर ऊंचा और 19633 वर्ग किमी जलग्रहण क्षमता वाला होगा।
ढोढ़ बांध में 2584 एमसीएम पानी का भंडारण हो सकेगा। इस बांध पर 341.55 करोड़ की लागत से दो बिजलीघर बनाए जाएंगे, जिनसे 36 मेगावॉट बिजली का उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा मप्र के रायसेन और विदिशा में बेतवा नदी पर तीन और बांध बनाए जाएंगे।
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- ढ़ोढ़न बांध से नहर निकलेगी
केन-बेतवा लिंक परियोजना से एमपी-यूपी के पांच जिलों की कुल 63,5661 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने का लक्ष्य रखा गया है। छतरपुर जिले की सीमा पर बने ढोढ़ बांध से केन नदी के जल का भंडारण करके उसे 30 मीटर चौड़ी कांक्रीट की नहर के जरिए पानी आगे ले जाया जाएगा। बताया गया है कि धसान नदी पर एक टनल (सुरंग) बनाकर इस नहर को आगे बढ़ाया जाएगा, जो हरपालपुर से होकर यूपी के मऊरानीपुर बार्डर से एमपी के टीकमगढ़ जिले की जतारा तहसील के गांवों से होकर निकलेगी। आगे चलकर यह चौड़ी नहर बरुआसागर बांध के ऊपर से होकर ओरछा के निचले हिस्से में बेतना नदी के नोटघाट पुल में मिला दी जाएगी। इस नहर का पूरा डूब व प्रभावित क्षेत्र एमपी के छतरपुर व टीकमगढ़ जिले से संबद्ध रहेगा।
परियोजना कें बारें में विवरण
- परियोजना की लागत- 35,111 करोड़ रुपए
- केंद्र सरकार का हिस्सा- 90 फीसदी राशि
- राज्य सरकारों का हिस्सा- 5-5 फीसदी
- केन से यूपी में सिंचाई- 2.27 लाख हेक्टेयर
- केन से एमपी में सिंचाई- 4.47 लाख हेक्टेयर
- बेतवा से एमपी में सिंचाई- 2.06 लाख हेक्टेयर
- एमपी-यूपी की सिंचिंत भूमि- 63,5661 हेक्टेयर भूमि
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