श्री राम राजा सरकार दूल्हा बनकर राजशी ठाटबाट के साथ बारात के साथ निकलेंगे
धार्मिक नगरी ओरछा के श्री राम राजा मंदिर में चल रहे श्री राम जानकी विवाह महोत्सव में ..
धार्मिक नगरी ओरछा के श्री राम राजा मंदिर में चल रहे श्री राम जानकी विवाह महोत्सव में श्री राम राजा सरकार दूल्हा बनकर निकलेंगे। नगर में द्वार-द्वार पर मंगल गायन के साथ सरकार का तिलक किया जाएगा। इस पावन महोत्सव की मंगल बेला पर धार्मिक नगरी ओरछा को दुल्हन की तरह सजाया गया है और जगह-जगह तोरण द्वार बनाए गए है।
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मंगलवार को कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, मंदिर के प्रधान पुजारी रमाकांत शरण महाराज एवं पुरोहित विजेंद्र कुमार विदुआ द्वारा वेद मंत्रोच्चारण के साथ विधि-विधान से मंडप पूजन किया गया। रस्म के रूप में मंडप के नीचे छोटा भोज कराया गया। इसके बाद श्री राम राजा मंदिर प्रांगण में स्थित धर्मशाला में नगर सहित बाहर से आए श्रद्धालुओं को बूंदी का प्रसाद वितरित किया गया। इसके पहले श्री राम राजा मंदिर के आंगन में सरकार के विवाह की हल्दी रस्म हुई, जिसमें हजारों की संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने एक दूसरे को हल्दी लगाकर नाचते गाते हुए राम जानकी वैवाहिक की रस्मों का आनंद लिया।
गौरतलब है कि बुधवार को शाम 7 बजे घोड़े-हाथी, ढोल-नगाड़े, गाजेबाजों और राजशी ठाटबाट के साथ श्री रामराजा सरकार की बारात राजशी वैभव के साथ निकलेगी। वरयात्रा के मंदिर से निकलते ही सशस्त्र पुलिस बल द्वारा दूल्हा बने राजा राम को गार्ड आफ आनर दिया जाएगा। इसके बाद श्री राम जी अपने छोटे भाई लक्ष्मण जी के संग पालकी में विराजमान होकर नगर के प्रमुख प्राचीन मार्गाे से दर्शन देते हुए नगर मुख्य चौराहे पर स्थित जनक भवन मंदिर के लिए निकलेंगे। बारात में राजशी प्रतीक चिन्ह पंखा तिकोना छड़ी मशाल आदि सरकार की पालकी के साथ चलेंगे।
वरयात्रा में धर्म ध्वज, बैंडबाजे, विद्युत सजावट के साथ धार्मिक कीर्तन मंडली रामधुन के साथ रहेगी। नगर के हर द्वार पर दूल्हा बने राजाराम का पारंपरिक बुंदेली वैवाहिक मंगल गीत गायन करते तिलक किया जाएगा। इस पवन बेला पर नगर में जगह जगह तोरण द्वार और मंगल कलश सजाकर बारात पर पुष्प वर्षा की जाएगी। बारात रामराजा मंदिर से नझाई मुहल्ला, पावर हाउस, शास्त्री नगर और गणेश दरवाजा होती हुई रात करीब 1 बजे नगर के मुख्य चौराहे पर स्थित जनक मंदिर पहुंचेगी। जहां मंदिर के पुजारी पंडित हरीश दुबे राजा जनक के रूप में दूल्हा सरकार का टीका कर बारात की अगुवानी करेंगे। इसके बाद वैदिक रीती अनुसार विवाह की सभी रस्में होंगीं।
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श्री रामविवाह उत्सव पर रात में मंदिर के बाहर प्रांगण में श्रीरामराजा सेवा दल के संयोजन में देश के चुनिंदा ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा धनुष यज्ञ लीला का मंचन की जाएगा। इस अलावा मंदिर परिसर में संत समागम के अतिरिक्त रामचरित मानस प्रवचन भजन कीर्तन आदि धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
बुंदेलखंड की अयोध्या ओरछा में विवाह पंचमी की इस बार खास तैयारियां की जा रही है तथा माता जानकी जी के मंदिर को नेपाल के जनकपुर की तर्ज पर संजाने की कवायद शुरू हो गई है। इस बार विवाह पंचमी को लेकर कुछ खास ही तैयारियां की जा रही है। इस अनूठे आयोजन को देखने के लिए देश विदेश से भी हजारों की संख्या में श्रद्वालु पहुंच रहे हैं।
यहां राजा के रूप में होती श्रीराम की पूजा
समूचे विश्व में भगवान श्रीरामराजा सरकार का एक मात्र मंदिर ओरछा में ऐसा है, जहां प्रभू श्रीराम की पूजा अर्चना भगवान के रूप में नहीं बल्कि राजा राम के रूप में उनकी पूजा अर्चना की जाती है। ओरछा में बालभाग, राजभाग, संध्या आरती तथा व्यारी के समय भगवान श्रीराम को पुलिस के सशस्त्र जवानों के द्वारा गार्ड ऑफ आनर देने की परंपरा आज भी चली आ रही है।