बूटाथान में पूरे देश से 43 से अधिक टीमों भाग लिया
डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्ववविद्यालय लखनऊ एवं आई आई टी कानपुर के सहयोग से राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज बाँदा द्वारा सात दिवसीय ई-बूटाथान 01 कार्यक्रम संपन्न हुआ।ई-बूटाथान में पूरे देश से 43 से अधिक टीमें प्रतिभाग किया। जिसमे कुल 15 टीमों ने सफलता पूर्वक कुल 23 वर्चुअल लैब प्रयोंगों को डेवेलप किया...
विश्वविद्यालय के डीन यू जी प्रोफेसर सुबोध वैरिया ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से शिक्षकों और विधार्थियों में वर्चुअल लैब के प्रति रूचि और जागरूकता फैली है। जिसके परिणाम स्वरूप ई-बूटाथान में पूरे देश से 43 से अधिक टीमें प्रतिभाग किया, जिसमे कुल 15 टीमों ने सफलता पूर्वक कुल 23 वर्चुअल लैब प्रयोंगों को डेवेलप किया जिसकी मदद से डॉ0 ए0 पी0 जे0 अब्दुल कलाम प्रविधिक विश्वविधालय लखनऊ के सेलेबस के 23 वर्चुअल लैब प्रयोंगों उपलब्ध करा दिया गया है।
यह भी पढ़ें : रोजगार के मुद्दे पर प्रियंका ने योगी सरकार को घेरा
प्रत्येक टीम में पांच सदस्य जिसमे से चार विद्यार्थी और एक शिक्षक थे । इस प्रतियोगिता में प्रतियोगिओं को वर्चुअल लैब का निर्माण करना भी सिखाया गया। इस छः चरणों की प्रतियोगिता में चरण दर चरण कुल 15 टीमों ने सफलता पूर्वक 23 वर्चुअल लैब प्रयोंगों को डेवेलप किया। वर्चुअल लैब सेल के को-चेयर डॉ आशुतोष तिवारी ने बताया कि एक वर्चुअल लैब बनाने वाली 10 प्रतियोगी टीम को सर्टिफिकेट ऑफ पार्टिसिपेशन दो वर्चुअल लैब बनाने वाली 02 टीम को सिल्वर सर्टिफिकेट और तीन वर्चुअल लैब बनाने वाली 03 प्रतियोगी टीम को गोल्ड सर्टिफिकेट प्रदान किया जायेगा ।
आई आई टी कानपुर के प्रोफेसर कांतेश बलानी ने वर्चुअल लैब के उपयोग और निर्माण के बारीक पहलुओं पर चर्चा की। चूँकि प्रोफेसर बलानी वर्चुअल लैब सेल के सदस्य भी हैं और इनकी सहभागिता वर्चुअल लैब के निर्माण में वर्षो से रही है अतः उन्होंने इस यात्रा के उतार चढ़ाव और बिभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला।
यह भी पढ़ें : हमीरपुर में मराठाकालीन मंदिर में कोरोना के कारण जन्माष्टमी की नहीं मचेगी धूम
कार्यक्रम का समापन डॉ. आशुतोष तिवारी के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। डॉ. आशुतोष ने संस्थान के टेकिप-3 कोऑर्डिनेटर अनुराग चैहान को भी धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में आई आई टी कानपुर के विषय विशेषज्ञ धनञ्जय एवं सुश्री शीतल सिंह द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान वर्चुअल लैब सेल टीम के अन्य सदस्य डॉ. संगीता अरोरा, डॉ अरविन्द कुमार पांडेय, टी. शिवा सेंथिल शुभ्रमण्यम उपस्थित रहे। वर्चुअल लैब सेल के चेयर एवं राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज बाँदा के निदेशक प्रोफेसर एस पी शुक्ल ने अपने स्वागत भाषण में सभी अतिथिगण का स्वागत करते हुए ई-बूटाथान 01 के बिभिन्न पहलुओं और विशेषताओं से परिचित कराया।
यह भी पढ़ें : एक व्यक्ति वैद्य बनकर आया और उपचार के बहाने महंत सुखराम दास को खिलाया जहरीला पदार्थ, मौत
वर्चुअल लैब बनाने वाली फाईनल -12 टीमें
- हिंदुस्तान कालेज ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, फराह्, मथुरा
- फिरोज गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी रायबरेली
- गोएल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, लखनऊ
- मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मेरठ (U.P.)
- आईआईएमटी कॉलेज ऑफ इंजिनियरिंग ग्रेटर नोएडा
- युनाइटेड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड रिसर्च
- राजकुमार गोएल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- दुमका इंजीनियरिंग कॉलेज
- इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, जीआईडीए, गोरखपुर
- राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज बांदा
- राज कुमार गोयल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, गाजियाबाद
- राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज कन्नौज