कानपुर ट्रेन डिरेल मामला : राहत कार्य में जुटे आरएसएस के स्वयंसेवक
वाराणसी जंक्शन से चलकर अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 19168 कानपुर से गुजरते हुए...
कानपुर। वाराणसी जंक्शन से चलकर अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 19168 कानपुर से गुजरते हुए भीमसेन स्टेशन से पहले अर्धरात्रि पटरी से डिरेल हो गई। यात्री गाड़ी के डिरेल होने से उसमें सवार यात्रियों में कोहराम मच गया। इस विपत्ती की घड़ी में जहां जिम्मेदार रेलवे विभाग, जिला व पुलिस प्रशासन रेस्क्यू कार्य में जुटा, वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वंयसेवकों ने भी मौके पर पहुंचकर यात्रियों की मद्द अपने परिवारीजनों की तरह करते हुए राहत पहुंचाने का काम किया।
यह भी पढ़े : बुंदेलखंड में हरियाली की लहर, केन-बेतवा लिंक से खत्म होगा सूखा, लाखों को मिलेगा पानी
गाैरतलब है कि वाराणसी जंक्शन से चलकर साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन अहमदाबाद की ओर जा रही थी। ट्रेन कानपुर भीमसेन खंड में भीमसेन स्टेशन से पहले रात्रि लगभग तीन बजे अवपथन हो गई। इस यात्री ट्रेन के लगभग 22 डिब्बे पटरी से उतरने के चलते उसमें सवार यात्रियों में चीख पुकार मच गई। लेकिन इसे कुदरत का करिश्मा ही कहेंगे कि एक्सप्रेस ट्रेन के 22 डिब्बे पटरी से उतरने के बावजूद किसी प्रकार की जान माल की क्षति नहीं हुई है। हादसे की जानकारी पर पहुंचे रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा के सभी इंतजाम किए गए हैं। स्थानीय नागरिकों ने भी प्रशासन की भरपूर मद्द रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान की जा रही है। इन सब के बीच आपदा की घड़ी में मुस्तैदी से पीड़ितों की मद्द करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवकों ने भी मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है।
यह भी पढ़े : मुख्यमंत्री ने बांदा में 70 मेगावॉट सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन किया, बुंदेलखंड में विकास का नया अध्याय
कानपुर दक्षिण के स्वयंसेवकाें ने भी राहत कार्य एवं यात्रियों एवं उनके सामानों की सुरक्षा में लगे हुए हैं। विभाग प्रचार प्रमुख आशीष, कानपुर दक्षिण से भाग कार्यवाह सुशील कटियार, तात्याटोपे नगर कार्यवाह शिवम एवं सेवा प्रमुख राकेश सचान, शारीरिक प्रमुख ऋषभ एवं अन्य स्वयंसेवक बंधुओं की टोली राहत कार्य में जुटी हुई है। इस दौरान यात्रियों को उनके सामान के साथ सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए स्वंयसेवकों की ओर से वृहद रूप से अभियान चलाया गया है। वाहनों से यात्रियों को सड़कों, कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन व अन्य स्थानों पर पहुंचाते हुए अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्टा के साथ स्वंयसेवकों द्वारा निर्वाह किया जा रहा है।
साबरमती ट्रेन के चालक ने बताया भारी चीज टकराने से हुई हादसा
उल्लेखनीय है कि साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के डिरेल होने से कानपुर झांसी रेल रूट पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। हादसे को लेकर मौके पर पहुंचे नार्थ सेंट्रल रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी ने कहा कि ट्रेन के ड्राइवर ने किसी भारी चीज़ टकराने की बात रिपोर्ट की है। जांच से ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है। 400 मीटर ट्रैक दुर्घटनाग्रस्त हुआ है। रेस्टोरेशन में टाइम लग सकता है। रात 1:15 बजे यहां से इंदौर पटना एक्सप्रेस गुजरी थी। उसके ड्राइवर ने कुछ भी असामान्य रिपोर्ट नहीं किया था। हादसे के वक्त ट्रेन 80-90 किमी. प्रति घंटा की स्पीड से गुजर रही थी। रेलवे प्रशासन के द्वारा कानपुर के लिए 0512-2323018, 0512-2323015 हेल्पलाइन नम्बर जारी किया गया है।
यह भी पढ़े : कानपुर में साबरमती एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
कानपुर पुलिस आयुक्त पहुंचे रेल डिरेल स्थल, लिया जायजा
वहीं कानपुर कमिश्नरेट के पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने भी साबरमती एक्सप्रेस डिरेल की घटना में मौके पर पहुंचकर जायजा लिया। उन्होंने बताया कि रात्रि जैसे ही ट्रेन के पटरी से उतरने की सूचना प्राप्त हुई पुलिस के उच्चाधिकारी, स्थानीय पुलिस बल व रिस्पांस टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है। दुर्घटना में कोई भी यात्री हताहत नहीं हुआ है। यात्रियों को अन्य रेलगाड़ी से गंतव्य स्थान के लिए रवाना कर दिया गया है। रेलवे की जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा और जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार