पहली बार रॉकेट रेलगाड़ी चलाई गई बीना से भीमसेन के बीच, जानिये कैसे
झांसी मंडल द्वारा मूलभूत अवसंरचनाओं में लगातार किये जा विकास कार्य के फलस्वरूप प्रथम बार 30 जनवरी...

उमरे के झांसी मंडल द्वारा मूलभूत अवसंरचनाओं में लगातार किये जा विकास कार्य के फलस्वरूप प्रथम बार 30 जनवरी को पहली राकेट मालगाड़ी बीना से भीमसेन के मध्य चलाई गई। इस मालगाड़ी को सिंगल चालक दल द्वारा परिचालन करते हुए बीना से भीमसेन पहुंचाया गया। इसके पहले बीना से भीमसेन के मध्य मालगाड़ी के परिचालन में दो चालाक दल कार्य करते थे।
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यह असंभव झांसी से कानपुर के मध्य तेज़ी से चल रहे, 90 प्रतिशत तक पूर्ण हुए दोहरीकरण कार्य तथा बीना झांसी के मध्य चल रहे तीसरी लाइन के कार्य की मदद से यह संभव हुआ है। क्योंकि अब एक सिंगल फ्लो में बीना से भीमसेन के मध्य मालगाड़ी का संचालन किया जा सकता है।
यह कार्य मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष के मार्गदर्शन में वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अखिल शुक्ल तथा वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (परिचालन) अशोक प्रिय गौतम के बेहतर समन्वय से संभव हुआ है।बतातें चले कि पूर्व में बीना से भीमसेन के मध्य मालगाड़ी के परिचालन में दो चालाक दल कार्य करते थे। इसमें प्रथम दल बीना से झांसी तथा दूसरा दल झांसी से भीमसेन के मध्य संचालन करता था।
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