बांदा में विकलांगों ने काला दिवस मनाया
राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के नेतृत्व में विकलांगों ने आज कलेक्ट्रेट पहुंच कर सरकार विरोधी नारे लगाए तथा हाथों में काली पट्टी बांधकर विकलांग दिवस को काला...
राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के नेतृत्व में विकलांगों ने आज कलेक्ट्रेट पहुंच कर सरकार विरोधी नारे लगाए तथा हाथों में काली पट्टी बांधकर विकलांग दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया।
पार्टी के जिला उपाध्यक्ष श्याम बाबू त्रिपाठी ने बताया कि सरकारें तो विकलांग दिवस मना रही हैं लेकिन जिन विकलांगों के चेहरे में मुस्कान नहीं है वह सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए काला दिवस मना रहे। कहा कि विकलांगों को 500 रुपये पेंशन मिल रही है और आलू ढाई सौ रुपए पसेरी मिल रहा है। ऐसे में विकलांग कैसे अपना गुजर-बसर कर पाएगा ।सोचने वाली बात है।
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इसी तरह लोकसभा से लेकर ग्राम पंचायतों तक में 5 प्रतिशत आरक्षण के बाद भी विकलांगों को नौकरी नहीं मिल रही और वह दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
प्रदर्शनकारी विकलांगों के द्वारा जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेजा गया जिसे मांग की गई है कि दिव्यांगजन अधिनियम 2016 को पूर्णतया लागू किया जाए , नीति आयोग, सरकारी समितियों में विकलांग भी सदस्य हो।ग्राम पंचायत से लेकर विधानसभा विधान परिषद लोकसभा राज्यसभा में विकलांग व्यक्तियों को प्रतिनिधित्व दिया जाए।
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प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष के अलावा राज बहादुर कुशवाहा संतोष कुमार अकेला, कमल शिवहरे ,आशीष गुप्ता, दीनानाथ प्रजापति ,मोहन निषाद, रितेश कुमार ,रमेश संजय, बलराम अवध, बुधिया अरविंद सुनीता श्री राम प्रजापति, राजाराम ,राम लखन, राजकुमार आदि दिव्यांगजन शामिल रहे।
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