महोबा : आखिरकार जिन्दगी की जंग हार गया 30 फीट गहरे बोरवेल में गिरा मासूम
जनपद में 30 फीट गहरे बोरवेल में गिरे किसान के छह वर्षीय बेटे को बीस घंटे बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम ने बाहर निकाला..
- 20 घंटे बाद बोरवेल से मृत अवस्था में निकाला गया बाहर
जनपद में 30 फीट गहरे बोरवेल में गिरे किसान के छह वर्षीय बेटे को बीस घंटे बाद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम ने बाहर निकाला। चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया है।
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महोबा के कुलपहाड़ क्षेत्र में विकासखण्ड जैतपुर के बुधौरा गांव निवासी किसान भगीरथ कुशवाहा बुधवार को परिवार के साथ अपने खेत पर गेहूं की फसल में सिंचाई कर रहा था। इस दौरान उसका छह वर्षीय बेटा घनेन्द्र खेलते-खेलते बोरवेल में जा गिरा।
बच्चे को बोरवेल में गिरता देखकर परिजनों ने रोना-पीटना मच गया। घटना की जानकारी पर जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार, पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार, चिकित्सा विभाग की टीम संग कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। काफी मशक्कत के बाद जब प्रशासन को सफलता नहीं मिली तो लखनऊ से एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया।
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जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि बच्चे को सकुशल बाहर निकालने के लिए पुलिस, प्रशासन और दमकल की टीम बचाव कार्य में जुट रही। छह जेसीबी मशीनें, एक एलएनटी मशीन, पांच एंबुलेंस, अग्निशमन दस्ता मौजूद रहा। रात करीब 12 से लखनऊ एसडीआरएफ के कमांडेंट डॉ. सतीश कुमार और निरीक्षक वीरेन्द्र दुबे की नेतृत्व में टीम आई और बचाव अभियान शुरू किया था, जो पूरी रात और सुबह तक चला।
बोरवेल तक पहुंचने के लिए बनाई गई सुरंग से पानी निकल आने की वजह से कुछ समस्या उत्पन्न हुई। इसके बाद पानी को बाहर निकाला गया। इसके बाद सुबह आठ बजे के करीब टीम ने बच्चे को बाहर निकाला। वहां मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्चे को तुरन्त इलाज किया। लेकिन उसे बचा नहीं सके।
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हिन्दुस्थान समाचार