बांदा के बंदोबस्त अधिकारी फतेहपुर से बस में बैठ कर बांदा आते समय लापता
जिले में तैनात चकबंदी विभाग के बंदोबस्त अधिकारी शुक्रवार को फतेहपुर से बस में बैठ कर बांदा आ रहे थे लेकिन रास्ते में कही लापता हो गए..
जिले में तैनात चकबंदी विभाग के बंदोबस्त अधिकारी शुक्रवार को फतेहपुर से बस में बैठ कर बांदा आ रहे थे लेकिन रास्ते में कही लापता हो गए। फोन बंद होने पर परिवार को चिंता हुई। परिजनों की सूचना पर पुलिस जांच में जुटी है।
गोरखपुर जिले के सूपा बाजार निवासी विनोद वर्मा करीब छह साल से बांदा जिले में तैनात हैं। वह 18 जुलाई को छुट्टी लेकर घर गए थे। इसके बाद वह शुक्रवार को ड्यूटी पर लौट रहे थे। उनकी सुबह करीब आठ बजे वीडियो कॉल पर परिजनों से बात हुई।
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उस समय वह फतेहपुर शहर के ज्वालागंज बस अड्डे पर बांदा जाने वाली बस में बैठे थे। दोपहर करीब 12 बजे तक बांदा नहीं पहुंचे। कुछ कर्मचारी बांदा बस अड्डे में उनके आने का इंतजार कर रहे थे। कर्मचारियों का फोन पर संपर्क नहीं हुआ।तभी कर्मचारियों ने बंदोबस्त अधिकारी के परिजनों को सूचना दी।
परिजनों ने कानपुर से उनके करीबी आदित्य गुप्ता को भेजा। उन्होंने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस सर्विलांस और सीसीटीवी के सहारे मामले की जांच में जुटी है। पुलिस बंदोबस्त अधिकारी के साथ जहरखुरानी होने की आशंका जता रही है।
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- बेहोशी की हालत में पाए गए
इस बीच जानकारी मिली है कि लापता चकबन्दी अधिकारी शनिवार को फतेहपुर जिले के मुत्तौर गांव के पास बेहोशी की हालत में पाए गए। वह शुक्रवार को बांदा जाते समय रोडवेज की बस से अचानक लापता हो गए थे। पुलिस के अनुसार, चकबन्दी अधिकारी जहरखुरानी गिरोह के शिकार हुए हैं।
फतेहपुर शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस शुक्रवार की शाम से उनकी खोजबीन करने में जुटी थी। शनिवार दोपहर चकबंदी अधिकारी ललौली थाना क्षेत्र के मुत्तौर गांव के पास बांदा-बहराइच राज्य मार्ग के किनारे बेहोश पड़े पाए गए, संभवतः वे जहरखुरानी का शिकार हुए हैं।
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