बाँदा डीएम का डीआईओएस व बीएसए कार्यालय में आकस्मिक छापा, कार्यालय में गंदगी पाए जाने पर डीआईओएस का वेतन रोका
बांदा जिला अधिकारी बांदा अनुराग पटेल ने गुरुवार को जनपद मुख्यालय में स्थित जिला विद्यालय निरीक्षक..
बांदा जिला अधिकारी बांदा अनुराग पटेल ने गुरुवार को जनपद मुख्यालय में स्थित जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बीएसए कार्यालय में कई कर्मचारी नदारद मिले। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में बंद मिले कमरों में कबाड़ पाए जाने पर डीआईओएस का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के आदेश दिए और बीएसए कार्यालय के गैरहाजिर कर्मचारियों का वेतन भी एक दिन का रोका गया। इसी कार्यालय के वरिष्ठ सहायक द्वारा शिक्षक भर्ती के मामले में पत्राचार न किए जाने पर उसके खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि के आदेश दिए गए।
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बीएसए कार्यालय के निरीक्षण के दौरान वित्त एवं लेखाधिकारी अभिषेक यादव, जिला समन्वयक एमडीएम भास्कर आसवानी, जिला समन्वयक सिविल मो. आमिर, जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता सूर्य प्रकाश एवं नरेन्द्र, कनिष्ट सहायक अनुपस्थि पाये गये। जिलाधिकारी द्वारा अनुपस्थित पाये गये अधिकारी कर्मचारियों का आज (एक दिन) का वेतन रोकते हुये स्पष्टीकरण मांगा गया।
जिलाधिकारी द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एमडीएम, परियोजना अधिकारी कक्ष, कम्प्यूटर कक्ष, एमआईएस कक्ष, लेखाकार कक्ष सहित समेकित शिक्षा कक्षों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय कक्षों में सफाई का अभाव पाया गया एवं अभिलेखों का रख-रखाव सही नहीं पाया गया। जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि तीन दिन के अन्दर अभियान चलाकर कार्यालय की सफाई करायें तथा अभिलेखों का रख-रखाव दुरूस्त करायें।
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इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा वरिष्ठ सहायक साबिर से 69000 हजार शिक्षकों की भर्ती में जनपद बांदा में कितने अध्यापकों की नियुक्ति हुई है और कितने अध्यापकों का अभिलेख सत्यापन कराने को कार्यवाही की गयी। इसके बारें में जिलाधिकारी द्वारा पत्रावलियों का अवलोकन किया गया। पत्रावली के अनुसार 16 नवम्बर, 2021 के बाद अभिलेखों के सत्यापन में कोई पत्राचार नहीं किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा अवशेष अध्यापकों के सत्यापन सम्बन्धी कार्य को न किये जाने के सम्बन्ध में जानकारी करने पर साबिर द्वार कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा 855 अध्यापकों के अभिलेखों के सत्यापन की कार्यवाही न किये जाने एवं कार्याे में लापरवाही बरतने पर साबिर, वरिष्ठ सहायक का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकते हुये तत्काल प्रभाव से प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान करने के निर्देश दिये गये।
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इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का निरीक्षण किया गया। उन्होने जिलाधिकारी द्वारा राजकीय माध्यमिक विद्यालय, लेखाकार, एनपीएम कोचिंग, परीक्षा पटल, सहायक लेखाकार पटलों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पटलों में सफाई का संतोषजनक नही पाई गई। बाद में उन्होने जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में 3 कमरों में ताला लगा हुआ पाया। बन्द कमरों को ताला खुलवाकर देखा गया।
कमरों में पुरानी पत्रावलियां, 18 बड़े बक्से, 15 छोटे बक्से, 10 अलमारी, 3 लकड़ी की अलमारी, 5 हरमोनियम, 2 सिलाई मशीन, 3 टेप रिकॉर्डर एवं 2 पुराने प्रेस (इस्त्री) कबाड़ के रूप में पड़े हुये पाये गये। कमरों में अत्यधिक गन्दगी पाई गई। कमरों को देखकर ऐसा प्रतीत हुआ कि कई वर्षाे से कमरों को खुलवाया नहीं गया है और न ही सफाई करायी गई है। जिलाधिकारी द्वारा कार्यालय में अत्यधिक गन्दगी एवं कार्यालय के कमरों में अस्त-व्यस्त पड़े हुये पाये जाने पर जिला विद्यालय निरीक्षक का अग्रिम आदेशों तक के लिये वेतन रोका गया और निर्देश दिये गए कि कार्यालय में पुराने अभिलेखों एवं निष्प्रयोज्य सामग्री की नीलामी करायें।
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