श्वेता सिंह गौर की मौत के बाद पति दीपक ने जेल से जारी किया फरमान
जिला पंचायत की रिक्त सीट वार्ड नं.12 में सदस्य रहीं श्वेता सिंह गौर के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है..
बांदा,
जिला पंचायत की रिक्त सीट वार्ड नं.12 में सदस्य रहीं श्वेता सिंह गौर के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है। लेकिन इस सीट पर हो रहे चुनाव से भाजपा ने दूरी बना ली है। भाजपा ने अब तक किसी को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। फिर भी नामांकन करके 2 महिला प्रत्याशियों द्वारा अपने आप को भाजपा प्रत्याशी होने का दावा किया था। बाद में एक महिला प्रत्याशी ने अपना नाम वापस ले लिया गया। अब इस सीट पर 15 महिला प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होगा।
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जनपद के जसपुरा ब्लॉक में वार्ड नंबर 12 जसपुरा प्रथम सीट महिला प्रत्याशी के लिए आरक्षित है। इसी सीट से जिला पंचायत सदस्य के रूप में भाजपा की श्वेता सिंह गौर निर्वाचित हुई थी। लेकिन संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई। जिसमें इनके पति दीपक सिंह गौर को आरोपी बनाकर पुलिस ने जेल भेज दिया। अब इस सीट में उप चुनाव होने जा रहे हैं। भाजपा नेता दीपक सिंह गौर इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखना चाहते हैं।
इसी वजह से उनकी मां और दिवंगत श्वेता सिंह की सास पुष्पा सिंह द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किया गया। चूंकि दिवंगत श्वेता सिंह गौर भाजपा लोकप्रिय रही हैं। इसलिए पार्टी नहीं चाहती है कि इस चुनाव में उनके परिवार का कोई सदस्य भाग ले लेकिन परिवार की दावेदारी से भाजपा के नेता पशोपेश में हैं। इसी वजह से अभी तक पार्टी की ओर से कोई अधिकृत प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया। बताते चलें कि इस सीट पर दिवंगत श्वेता सिंह गौर की सास श्रीमती पुष्पा सिंह पत्नी सेवानिवृत्त डीआईजी राजबहादुर सिंह द्वारा नामांकन किया गया है।
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वहीं इसी सीट से ऊषा वाजपेई पत्नी राकेश वाजपेई (स्वैच्छिक रिटायर्ड लेफ्टीनेन्ट) की ओर से भी नामांकन किया गया था। इन दोनों प्रत्याशियों की ओर से अपने आपको भाजपा का प्रत्याशी बताया जा रहा है। जबकि भाजपा ने इस सीट पर किसी अधिकृत प्रत्याशी को लड़ाने की बजाए तटस्थ रहने का फैसला किया है। इस बीच ऊषा वाजपेई पत्नी राकेश वाजपेई ने अपना नाम वापस ले लिया है। यहां 20 जुलाई को नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे।
21 को जांच की गई, 22 को नामांकन वापस लेने की तिथि निर्धारित थी कुल 21प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था।छह प्रत्याशियों ने शुक्रवार को अपना नाम वापस ले लिया। जिससे चुनाव मैदान में कुल 15 महिला प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला होगा। मतदान 4 अगस्त को होगा। वही इस सीट पर आम आदमी पार्टी के किसान नेता पुष्पेंद्र सिंह चुनाले ने अपनी भाभी को चुनाव में उतारा है। समाजवादी पार्टी की ओर से भी मुस्लिम महिला प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा गया है। इस बीच जेल में बंद दीपक सिंह गौर ने जेल से फरमान जारी किया है जिससे उनके समर्थक सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने मतदाताओं से 17 वर्षों तक की गई सेवा के बदले में मां को बिजयी बनाने की अपील की है।
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