मिशन रफ्तार : लखनऊ से कानपुर के बीच पहले चरण में रेल पटरियों के बदलने का कार्य पूरा

उत्तर रेलवे ने मिशन रफ्तार के तहत लखनऊ से कानपुर के बीच पहले चरण में 160 किलोमीटर प्रति घंटा की गति क्षमता..

मिशन रफ्तार : लखनऊ से कानपुर के बीच पहले चरण में रेल पटरियों के बदलने का कार्य पूरा
फाइल फोटो

लखनऊ, उत्तर रेलवे ने मिशन रफ्तार के तहत लखनऊ से कानपुर के बीच पहले चरण में 160 किलोमीटर प्रति घंटा की गति क्षमता वाली रेल पटरियों को बदलने का कार्य पूरा कर लिया है। अब इंजन के कैब में दिखने वाले सिग्नल, कर्व, तीन पुलों और तीन स्टेशनों के यार्ड रिमाडलिंग का कार्य जल्द शुरू होगा। आने वाले सितम्बर 2023 तक इस सेक्शन पर ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगी।

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दिल्ली-हावड़ा सेक्शन के प्रस्तावित सेमी हाईस्पीड रेल नेटवर्क से लखनऊ भी अगले 10 महीने में जुड़ जाएगा। उत्तर रेलवे ने लखनऊ से कानपुर के बीच 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेनों को दौड़ाने के लिए पहले चरण में पटरियों को अपग्रेड करने का कार्य पूरा कर लिया है। हालांकि, अब दूसरे चरण का काम दीपावली के बाद शुरू होगा। 

इस चरण में तीन नए पुल, कर्व को हटाने, तीन स्टेशनों की यार्ड रिमाडलिंग और कैब में दिखने वाले आधुनिक सिग्नल सिस्टम के लिए कार्य शुरू होगा। इसकी टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। सितम्बर 2023 तक लखनऊ-कानपुर के बीच सुपरफास्ट ट्रेनें 40 मिनट में पहुंच सकेंगी।

उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल डीआरएम सुरेश कुमार सपरा ने बताया कि मिशन रफ्तार के पहले चरण में 160 किलोमीटर प्रति घंटा की गति क्षमता वाली पटरियों को बदलने का कार्य पूरा हो गया है। अब इंजन के कैब में दिखने वाले सिग्नल, कर्व, तीन पुलों और तीन स्टेशनों के यार्ड रिमाडलिंग का कार्य जल्द शुरू होगा। आने वाले सितम्बर 2023 तक इस सेक्शन पर ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकेंगी।

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हिस

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