चित्रकूट : रात के अंधेरे में सीवर का गंदा पानी गिरा मंदाकिनी नदी की पवित्रता पर लगाया जा रहा ग्रहण
रात के अंधेरे में पिछले 15 दिनों से सीवर का लाखों लीटर गंदा पानी मंदाकिनी में गिराया जा रहा है। जब नदी में बाढ़ आई थी तभी से..
रात के अंधेरे में पिछले 15 दिनों से सीवर का लाखों लीटर गंदा पानी मंदाकिनी में गिराया जा रहा है। जब नदी में बाढ़ आई थी तभी से सीवर प्लांट की मशीने ठप हैं। विभागीय अधिकारी कान में तेल डालकर बैठे हैं और नदी दिनों-दिन प्रदूषित हो रही है।
बुन्देली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने मंगलवार को बताया कि रामघाट में नयागांव रपटा के नजदीक सीवर प्लांट बना है। सीवर प्लांट की मशीनें खराब पड़ी हैं और पिछले 15 दिनों से सीवर का लाखों लीटर गंदा पानी सीधे मंदाकिनी नदी में गिराया जा रहा है।
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आलम यह है कि दिन में तो सम्पवेल बंद रहता है लेकिन रोज रात के अंधेरे में यह गंदगी धीरे से मंदाकिनी के हवाले की जा रही है। अधिकारी पूरी बेपरवाही का परिचय दे रहे हैं। पिछले 15 दिनों से लाखों लीटर गंदगी नदी में गिराए जाने पर बुन्देली सेना ने कड़ी नाराजगी जताई है। बताया कि स्थानीय लोगों, संतों में भी सीवर की गंदगी नदी में गिराए जाने पर रोष है।
भरत मंदिर चित्रकूट के महंत दिव्य जीवन दास का कहना है माता सती अनुसुईया के तपोबल से निकली जीवन दायिनी मन्दाकिनी चित्रकूट की लाइफ लाइन है। सीवर की गंदगी मन्दाकिनी में गिराये जाने से स्वच्छता और पवित्रता पर ग्रहण लगाया जा रहा है।
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वहीं, बुन्देली सेना ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जल्द से जल्द सम्पवेल की मशीनें ठीक कराई जाएं ताकि मंदाकिनी में गंदगी गिरना बंद हो जाए। यदि सीवर जल्द ठीक न हुआ तो नदी में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाएगा।
इसके अलावा सीवर की गंदगी गिरने से मंदाकिनी का पन्नालालघाट गंदगी से कराह उठा है। सीढ़ियों से घुटनों मलबा जमा हो गया है। इस मलबे को भी निकाला जाना जरूरी है ताकि स्थानीय लोगों और तीर्थ यात्रियों को असुविधा न हो।
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हि.स