एम्बुलेंस नहीं आई तो परिजन डोली में ले गए गंभीर मरीज, आठ किलोमीटर था अस्पताल ​

स्वास्थ्य सेवा की बेहतरी को लेकर किए जा रहे तमाम दावों के बीच शुक्रवार को हकीकत कुछ और ही नजर आई। स्वास्थ्य सेवा तो दूर अस्पताल..

एम्बुलेंस नहीं आई तो परिजन डोली में ले गए गंभीर मरीज, आठ किलोमीटर था अस्पताल ​
एम्बुलेंस नहीं आई तो परिजन डोली में ले गए गंभीर मरीज

मीरजापुर,

स्वास्थ्य सेवा की बेहतरी को लेकर किए जा रहे तमाम दावों के बीच शुक्रवार को हकीकत कुछ और ही नजर आई। स्वास्थ्य सेवा तो दूर अस्पताल आने के लिए एम्बुलेंस भी मरीज को उपलब्ध नहीं हो पाई। इसकी एक बानगी तब देखने को मिली जब लालगंज के तिलांव गांव का मुसहर परिवार गंभीर मरीज को चारपाई को डोली-खटोली बनाकर उपचार के लिए आठ किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल पहुंचाया।

विकास के नाम पर भले ही ढिंढोरा पीटा जा रहा है, लेकिन मुसहर जाति के लोग आज भी सुविधाओं से वंचित हैं। आधुनिक युग में भी सुविधाओं से वंचित मुसहर जाति के लोग अपने हाल पर जीवन व्यतीत करने को विवश हैं।

यह भी पढ़ें - चार दिन पहले बने विश्व के एकमात्र ‘कोरोना माई’ मंदिर को पुलिस ने ढहाया

शुक्रवार को क्षेत्र के तिलांव नंबर एक गांंव निवासी गंभीर रुप से बीमार सत्तु मुसहर (62) को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस की सुविधा तक नहीं मिली। परिजन चारपाई पर डोली-खटोली बनाकर घर से आठ किलोमीटर दूर अस्पताल लेकर गए। परिवार के सामने आई मुसीबत का न तो गांव के प्रधान ने संज्ञान लिया और न ही प्रशासन।

गंभीर पेट दर्द से कराह रहे सत्तु मुसहर के परिजन उसकी जान बचाने के लिए आठ किलोमीटर दूर लालगंज अस्पताल तक डोली-खटोली से लेकर चल दिए, लेकिन धूप में इतना दूर जाना चुनौती से कम नहीं था। मरीज की हालत गंभीर होती जा रही थी। पैदल लालगंज पहुंचने के बजाय परिजनों ने हलिया ब्लाक के तिलांव नंबर एक गांव से दो किलोमीटर आगे लालगंज रोड स्थित कटाई गांव में एक झोलाछाप के यहां मरीज को पहुंचाया, जहां पर समाचार लिखे जाने तक उपचार चल रहा था।

यह भी पढ़ें - विंध्यवासियों के लिए खास होगा जून माह, कॉरिडोर का शिलान्यास करेंगे मुख्यमंत्री योगी

तिलांव नंबर एक गांव से डोली-खटोली लेकर चलने के बाद रास्ते में जितने भी राहगीर मिले, सहानुभूति जताते रहे। ऐसा नहीं है कि प्रशासनिक अधिकारी डोली-खटोली लाते नहीं देखा हो। तिलांव के पास पीआरवी पुलिसकर्मी डोली-खटोली को देखकर भी अनदेखा कर निकल गए।

मरीज के परिजनों ने बताया कि एम्बुलेंस को बुलाने के लिए गांव के लोगों ने काफी प्रयास किया, लेकिन 108 नंबर एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाई। मरीज की गंभीर हालत देख परिजन चारपाई को डोली-खटोली बनाकर उपचार के लिए लेकर चल दिए।

यह भी पढ़ें - बिना बुलाए शादी में भूख मिटाने पहुंचे युवक को मिली तालिबानी सजा

हि.स

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
0
funny
0
angry
0
sad
0
wow
1