उन्नाव मे दो किशोरियां की मौत, सियासत गरमाई
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जनपद में एक बार फिर दिल दहला देने वाली घटना प्रकाश में आई है। यहां के असोहा थाना क्षेत्र में खेत पर चार..
सपा-बसपा के नेताओं ने शुरू किया धरना
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जनपद में एक बार फिर दिल दहला देने वाली घटना प्रकाश में आई है। यहां के असोहा थाना क्षेत्र में खेत पर चार लेने गई तीन नाबालिग किशोरियां मरणासन्न हालत में जंगल में मिली है। हैरत की बात यह है कि वारदात को अंजाम देने वाले ने तीनों युवती के हाथ-पैर उनके ही कपड़ों के उसे बांध दिए थे। बेसुध मिली तीन किशोरियों में दो को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है, जबकि एक अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है।
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जानकारी के मुताबिक, असोहा थानाक्षेत्र के ग्राम पंचायत पाठकपुर के मजरे बबुरहा में रहने वाली कोमल 15 वर्ष पुत्री संतोष पासी चचेरी बहन काजल 14 वर्ष पुत्री सूरजपाल पासी व रोशनी 16 वर्ष पुत्री सूर्य बली तीनों बुधवार दोपहर 3 बजे पशुओं के लिए हरा चारा लेने स सूर्य बली के बबुरा नाला के पास स्थित खेत से पशुओं के लिए हरा चारा लेने गई थी। तीनों किशोरियों के शाम तक खेत से ना लौटने पर परिजन परेशान हुए और उनकी तलाश में खेत पर गए।
खेत पर तीनों किशोरियों के ना मिलने पर सभी सहम गए और अनहोनी की आशंका पर तीनों की तलाश ग्रामीणों के साथ मिलकर शुरू की गई। भाई विशाल ने बताया कि तलाश के दौरान रात में खेत से सटे जंगल में स्थित झाड़ियों के पास चचेरी बहनों के साथ तीनों किशोरियां बेसुध हालत में हाथ-पैर बंधे हुए मिली। इधर पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। किशोरियों के स्वजन से पुलिस पूछताछ कर रही है उन्हें छुड़ाने की मांग सपाइयों और बसपाइयों ने शुरू की है।
उन्नाव के असोहा में हुई घटना को शासन ने गंभीरता से लिया है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी बुधवार की रात भर अलर्ट रहे। रात में घटनास्थल पर पहुंची आइजी लक्ष्मी सिंह और फिर एडीजी जोन एसएन साबत ने छानबीन और पूछताछ करने के बाद थाने का रुख किया। इसके बाद देर रात दोनों अधिकारी डीएम रवींद्र कुमार और एसपी आनंद कुलकर्णी के साथ गांव पहुंचे। स्वजन व ग्रामीणों से रातभर पूछताछ चली। एडीजी जोन और आइजी रेंज के लखनऊ चले जाने के बाद एसपी गुरुवार सुबह करीब छह बजे फिर से घटनास्थल पर पहुंच गए। वह टीम के साथ घटनास्थल का फिर से निरीक्षण कर रहे हैं।
पुलिस टीम खेतों में गेंहूं की फसल खड़ी होने की वजह से फसल का भी ध्यान रख रही है कि खराब न हो सके और साक्ष्य मिल जाएं। घायल किशोरी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। सूत्रों की मानें तो पुलिस अफसरों को घटना में कई अहम सुराग मिले हैं, हालांकि अधिकारी अभी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।एसपी ने बताया कि घटना की जांच अभी प्राइमरी स्टेज पर है। मृतक किशोरियों का पोस्टमार्टम होने के बाद रिपोर्ट से काफी स्थिति स्पष्ट होगी। घटना की जांच के लिए छह टीमें बनाई गई हैं। इसके अलावा एसओजी और क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है।
असोहा थाना क्षेत्र के गांव में गुरुवार सुबह सपा व बसपा के नेता और कार्यकर्ता पहुंच गये। सपा जिला उपाध्यक्ष सुनील रावत, बसपा जिला सचिव जय नारायण गौतम के साथ कार्यकर्ताओं ने मृतक किशोरियों के स्वजन को छोड़ने की मांग की। पुलिस पिता व भाई से थाने में बिठाकर पूछताछ कर रही है।
इसे लेकर सपाइयों ने स्वजन को तत्काल छोड़ने की मांग की और पीड़ित परिवार के घर के निकट धरने पर बैठ गए। बसपा जिला सचिव जय नारायण गौतम ने स्वजन व मीडिया की उपस्थिति में शवों का पोस्टमार्टम कराने और अंतिम संस्कार कराने की मांग किया।
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तीन डाॅक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम
मृतका दोनों किशोरियों के पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में तीन डाॅक्टरों का पैनल गठित कर दिया गया है। पैनल में एक महिला डाॅक्टर, शुक्लागंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी और जिला अस्पताल के डाॅक्टर को शामिल किया गया है।
इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस के मुख्य द्वार से लेकर बाहर तक भारी फोर्स तैनात है। किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। सीओ बीघापुर कृपाशंकर और सदर कोतवाली प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्र बाहर मौजूद हैं। पोस्टमार्टम के बाद शवों के ले जाने के लिए मुख्य गेट पर एंबुलेंस भी तैयार करा दी गई है।