बाँदा में बिजली विभाग की जर्जर व्यवस्था की फिर खुली पोल
बाँदा विधुत विभाग की जर्जर व्यवस्था की एक बार फिर पोल खुल गई है।अक्सर बिजली विभाग की जर्जर व्यवस्था के चलते जनता को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है..
बाँदा विधुत विभाग की जर्जर व्यवस्था की एक बार फिर पोल खुल गई है।अक्सर बिजली विभाग की जर्जर व्यवस्था के चलते जनता को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज भी वही हुआ बांदा के 132 केवीए पॉवर हाउस के 8 एमवी की क्षमता वाले ट्रांसफार्मर में अचानक आग लग गई जिससे कई फीडर बंद हो गए।समय पर फायर सर्विस की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं जिससे अन्य उपकरण जलने से बच गए।
- सीओ सिटी राकेश कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया।
बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर बी के झा से जब इस घटना से सम्बंधित सवाल किए गए तो उन्होंने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि इस ट्रांसफार्मर से तीन फीडर प्रभावित हुए है। जिनमे बाँदा फीडर, कालू कुआं फीडर, कनवारा फीडर शामिल है।
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कब तक लाइट बहाल होगी, कितना नुकसान हुआ है, आग क्यों लगी ? इन सवालों के जवाब में चीफ इंजियर बचते नजर आए।
सूत्रों की अगर माने तो जला ट्रांसफार्मर ओवर डेटेड था।आखिर कब तक विभाग पुराने जर्जर उपकरणों का इस्तेमाल करता रहेगा और कबतक जनता को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी ये अपने आप मे बड़ा सवाल है।
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