प्रसव के दौरान अस्पताल में अध्यपिका की मौत, परिजनों का फूटा गुस्सा
प्रसव के दौरान अस्पताल में प्रसूता की मौत हो गई नाराज परिजनों ने इस मामले को लेकर जमकर हंगामा..
प्रसव के दौरान अस्पताल में प्रसूता की मौत हो गई नाराज परिजनों ने इस मामले को लेकर जमकर हंगामा किया। साथ ही एक डॉक्टर को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्वी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत खुटहा गांव की निवासी दीपिका कुशवाहा सहायक अध्यापक थी।
बीती रात दीपिका को प्रसव के लिए परिवारीजन कर्वी पहाड़ी रोड में स्थित यशोदा हॉस्पिटल ले गए थे। यहां कुछ देर के इलाज के बाद प्रसूता की मौत हो गई।
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इसकी जानकारी होने पर दीपिका के परिवारी जन आक्रोशित हो गए और अस्पताल में जमकर हंगामा किया । मृतका दीपिका के भाई राकेश कुशवाहा ने इस मामले में डॉ राजेंद्र सिंह समेत दो अन्य अज्ञात डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारी के नाम धारा 304 के तहत कर्वी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
राकेश ने बताया कि बीते शुक्रवार को उन्होंने सतना निवासी डॉ राजेंद्र सिंह के कहने पर बहन दीपका कुशवाहा को प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया था।
इस दौरान दीपिका की हालत ठीक न होने पर उन लोगों ने डॉ राजेंद्र सिंह से प्रसूता को रिफर करने की गुहार लगाई, किंतु लगातार उन लोगों को टालने वाले जवाब ही दिए जाते रहे।
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साथ ही दीपिका को खून चढ़ाने के नाम पर 60000 जमा करने को कहा गया। जबकि 35000 शुरू में जमा कराया गया था।
इसके बाद किसी अज्ञात डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन कराया गया। आरोप लगाया कि दीपिका के मौत के बाद भी पैसा लेने की लालच में खून चढ़ाने का पैसा अस्पताल संचालकों ने जमा कराया है।
उन्होंने दीपिका की मौत के लिए अस्पताल के डॉक्टरों कर्मचारियों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की।
परिजनों ने बताया कि दीपिका कुशवाहा सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थी, जो पूरे परिवार का भरण पोषण करती थी।
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