सूखी नदियों व तालाबों के पुनर्जीवन के लिए जलशक्ति राज्य मंत्री सहित जनप्रतिनिधियों में शुरू किया श्रमदान
पृथ्वी दिवस के अवसर पर जनपद में गहरार और चंद्रावल नदी तथा मरौली तलाब सहित 75 तालाबों का जीर्णाेद्धार पुनर्जीवन..
बांदा,
पृथ्वी दिवस के अवसर पर जनपद में गहरार और चंद्रावल नदी तथा मरौली तलाब सहित 75 तालाबों का जीर्णाेद्धार पुनर्जीवन का कार्य जल संचयन जीवन संचय अभियान के तहत प्रदेश के जलशक्ति राज मंत्री सहित जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में श्रमदान शुरू किया गया।
नरैनी की ग्राम पंचायत बिल्हरका की गहरार नदी में अनुराग पटेल, जिलाधिकारी के साथ विधायक नरैनी श्रीमती ओममणि वर्मा, वेद प्रकाश मौर्य मुख्य विकास अधिकारी, राघवेन्द्र तिवारी, उपायुक्त मनरेगा, खण्ड विकास अधिकारी नरैनी व अन्य के द्वारा फावडा चलाकर और सिर पर डलिया में मिट्टी लेकर भीठे पर डाली गई तथा मरौली तालाब में जिलाधिकारी द्वारा ब्लाक प्रमुख स्वर्ण सिंह सोनू के साथ विधि-विधान पूजन कर तालाब की खुदाई की गई तथा श्रमदान कर सर में डलिया रख तालाब के भीटा तक लाकर मिट्टी डाली गई।
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इसी तरह जल शक्ति राज्य मंत्री रामेकश निषाद के द्वारा जनपद के विकास खण्ड जसपुरा की तीन ग्राम पंचायतों में प्रवाहित होने वाली जीवनदायिनी चन्द्रावल नदी के पुर्नजीवित करने के कार्य का शुभारम्भ नदी पूजन करने के पश्चात फावडा चलाकर खुदाई करते हुये किया गया। इस बारे में उपायुक्त मनरेगा ने अवगत कराया कि गहरार नदी में 3-4 स्थल ऐसे है जिनमें मनरेगा के तहत कार्य कराया जाना कठिन है और उनके द्वारा स्पष्ट रूप से कलई डालकर स्थल चिन्हित किये गये है।
इसी को दृष्टिगत रखते हुये जिलाधिकारी बांदा द्वारा मुख्य विकास अधिकारी, उपजिलाधिकारी नरैनी एवं खण्ड विकास अधिकारी नरैनी के साथ गहरार नदी में चिन्हित किये गये स्थलों पर जाकर श्रमदान स्थानों पर जेसीबी को लगाकर खुदाई का कार्य प्रारम्भ किया गया। जिसमें नरैनी क्षेत्र के खनन पट्टेदारों द्वारा निःशुल्क श्रमदान को जेसीबी उपलब्ध करायी गयी है।
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