डॉन ब्रदर्स के शूटर को बांदा में असली पत्रकारों की तरह ट्रेनिंग दी गई थी, तीन मीडियाकर्मियों से हुई पूंछताछ
गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या मामले में बड़ा अपडेट आया है। तीनों शूटरों को...
गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या मामले में बड़ा अपडेट आया है। तीनों शूटरों को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में मीडियाकर्मियों के समूह में शामिल होने से पहले असली पत्रकारों की तरह ट्रेनिंग दी गई थी। आरोपियों की मदद करने वाले तीन लोगों को विशेष जांच दल ने हिरासत में लिया है।सूत्रों के मुताबिक एक समाचार वेबसाइट के लिए काम करने वाल तीन लोगों ने तिवारी को रिपोर्टिग का तरीका बताया और एक कैमरा खरीदने में उनकी मदद की। एसआईटी ने तीनों को बांदा रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया है।
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पुलिस ने कहा कि हत्यारों लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह ने 15 अप्रैल को अतीक और अशरफ को गोली मारने से पहले पूरे दिन पत्रकार के रूप में दोनों का पीछा किया था। जांच में यह भी पता चला है कि तीनों आरोपी एक दिन पहले 14 अप्रैल को ही माफिया ब्रदर्स की हत्या करना चाहते थे। वे कोर्ट परिसर में ही इस हत्याकांड को अंजाम देना चाहते थे पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते उनका प्लान फेल हो गया
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लवलेश तिवारी, मोहित उर्फ सनी और अरुण कुमार मौर्य को बुधवार को अदालत ने चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था। इनसे लगातार पूछताछ की जा रही है। 15 अप्रैल को अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। आरोपियों की रिमांड मिलने के बाद एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है। एसआईटी विवेचना के लिए क्राइम सीन रीक्रिएट करेगी। एसआईटी के सामने बड़ी चुनौती इस हत्याकांड के पीछे के उद्देश्यों का पता लगाना है। इसके साथ ही आरोपितों की सुरक्षा भी एक बड़ी चुनौती है क्योंकि पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान ही अतीक और अशरफ की हत्या की गई थी। प्रयागराज में अब भी अतीक गैंग का असर है।
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