वह छठी बार बनीं मां, अब तक जन्मे 17 बच्चे
पन्ना टाइगर रिजर्व से कुछ समय से लगातार बाघ शावकों के जन्म की खबरें आ रहीं हैं, यहां बाघ पुनर्स्थापना कार्यक्रम की ऐतिहासिक..
पन्ना टाइगर रिजर्व से कुछ समय से लगातार बाघ शावकों के जन्म की खबरें आ रहीं हैं। यहां बाघ पुनर्स्थापना कार्यक्रम की ऐतिहासिक सफलता के चलते जंगल के राजा बाघों का कुनबा तेजी से बढ़ रहा है। संकटग्रस्त बाघों के संरक्षण के लिहाज से यह अच्छी खबर है।
यह भी पढ़ें - उत्तर प्रदेश में कक्षा आठ तक के स्कूल चार अप्रैल तक बंद रहेंगे
पन्ना की खूबसूरत बाघिन टी-6 दस वर्ष की उम्र में छठी बार मां बनी हैं। इस बार इसने चार शावकों को जन्म दिया है। अपनी मां के साथ अठखेलियां करते और घास के मैदान में विचरण करते कैमरे में कैद हुए शावकों की आयु दो-तीन माह बताई जा रही है।टाइगर ट्रैकिंग दल ने शुक्रवार को पहली बार बाघिन और शावकों की कुछ तस्वीरों को कैद किया।
रिजर्व के क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने बताया पन्ना में बाघों को फिर बसाने की योजना के तहत 2014 में बाघिन टी-6 को पेंच टाइगर रिजर्व से तीन वर्ष की उम्र में यहां लाया गया था।
महज सात वर्ष में वह छठी बार मां बनी और पन्ना को अब तक कुल 17 बाघ शावक दिए हैं। बाघों की वंशवृद्घि उसका विशेष योगदान रहा है। बाघिन टी-6 और शावक पूरी तरह स्वस्थ हैं। पन्ना में वर्तमान में 20-25 बाघ शावक हैं। वहीं सभी आयु वर्ग के बाघों की संख्या 70 से ऊपर जा चुकी है।
यह भी पढ़ें - चित्रकूट के जंगलो में लगी भीषण आग से सहमे ग्रामीण, प्रशासन बुझाने में जुटा