पन्ना टाइगर रिजर्व की युवा बाघिन मौत से अनाथ हुए उसके चार नन्हें शावक कहां हो गए गुम
पन्ना टाइगर रिजर्व की युवा बाघिन पी-213(32) की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई असमय मौत के बाद अब उसके चार नन्हे शावकों के..
पन्ना टाइगर रिजर्व की युवा बाघिन पी-213(32) की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई असमय मौत के बाद अब उसके चार नन्हे शावकों के भविष्य की चिंता वन्यजीव प्रेमियों को सताने लगी है। 15 मई को इस बाघिन का शव वन परिक्षेत्र गहरीघाट की कोनी बीट से गुजरने वाले कोनी नाले में मिला था।
लेकिन इस बाघिन के चारों नन्हें शावक जो 6 से 8 माह के हैं, वे कहां और कैसे हैं इसका सुराग नहीं लग पाया। पिछले तीन दिनों से एक सैकड़ा से भी अधिक वनकर्मी व प्रशिक्षित हाथियों का दल इलाके के जंगल का चप्पा-चप्पा छान रहा है, फिर भी शावक कहीं नजर नहीं आए।
मालूम हो कि कोनी बीट के इस इलाके का जंगल अत्यधिक जटिल और दुरूह है। मैदानी क्षेत्र जैसी स्थितियां यहां नहीं हैं, जहां सुगमता से पहुंचा जा सके। यहां के जंगल में गहरे सेहा व जटिल पहाड़ी संरचनाएं हैं, जहां प्रशिक्षित हाथी भी नहीं पहुंच सकते। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि चारों शावक किसी सेहा व पहाड़ी की ओट में छुपे होंगे। यही वजह है कि सघन सर्चिंग के बावजूद अभी तक उनका सुराग नहीं मिल सका।
जानकारों का यह भी कहना है कि बाघों के बच्चों में अत्यधिक अनुशासन होता है। बाघिन इन शावकों को जिस जगह पर छुपाकर गई होगी, शावक वहां तब तक बने रहेंगे जब तक उनकी मां नहीं आ जाती। बाघिन अपने शावकों को इस तरह का प्रशिक्षण शुरू से देती है, कई दिनों तक बच्चों से नहीं मिलती। आमतौर पर बाघिन शावकों को प्रतिदिन दूध पिलाने के बजाय 3 से 5 दिन के अंतर में दूध पिलाती है। जाहिर है कि शावकों में बिना खाए पिए मां की गैरमौजूदगी में रहने की नैसर्गिक क्षमता होती है।
यह भी पढ़ें - मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने वैक्सीनेशन प्रक्रिया को तेज करने का लिया अहम फैसला
क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि बाघिन की मौत के बाद अब हमारी प्राथमिकता चारों शावक हैं, जिनकी तलाश के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। शावकों की कॉलिंग सुनने की कोशिश के अलावा जल स्रोतों पर भी चैकस नजर रखी जा रही है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही शावकों को खोजने में सफलता मिलेगी। बाघिन पी-213(32) की असमय मौत से जहां उसके चार नन्हें शावक अनाथ हो गए हैं, वहीं इस बाघिन का जीवन साथी नर बाघ पी-243 भी अत्यधिक उदास और तनाव में है। क्षेत्र संचालक श्री शर्मा ने बताया कि नर बाघ पी-243 इलाके में असहज देखा गया है। निश्चित ही बाघिन की मौत से वह आहत हुआ है।
यह भी पढ़ें - सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी पर एसपी से शिकायत