उप्र के हर जिले में होगी रंग कार्यशाला, झांसी समेत बुन्देलखण्ड में विशेषज्ञ देंगे प्रशिक्षण
योगी सरकार संस्कृति संरक्षण को लेकर कई अभिनव पहलों को प्रोत्साहित कर रही है। इसी कड़ी में झांसी सहित उत्तर...

10 मई से 30 जून की अवधि में सात और 10 दिनों की होगी कार्यशाला
झांसी। योगी सरकार संस्कृति संरक्षण को लेकर कई अभिनव पहलों को प्रोत्साहित कर रही है। इसी कड़ी में झांसी सहित उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में रंग कार्यशाला का अनूठा आयोजन किए जायेंगें। अलग-अलग जिलों में ये कार्यशालाएं 10 मई से 30 जून के बीच कराई जाएंगी। कुछ जिलों में ये कार्यशालाएं 7 दिनों की होंगी और कुछ जिलों में 10 दिनों की होंगी। प्रत्येक जिले में कार्यशाला के लिए विशेषज्ञों का नाम भी प्रस्तावित किया गया है। शिक्षा में रंगमंच का महत्व के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन भारतेंदु नाट्य अकादमी लखनऊ द्वारा कराया जा रहा है।
झांसी में प्रस्तावित 7 दिवसीय कार्यशाला के विशेषज्ञ डॉ कृपांशु होंगे। हमीरपुर में 7 दिवसीय कार्यशाला के लिए आरिफ शहडोली, चित्रकूट में 10 दिवसीय कार्यशाला के लिए राजा पाण्डेय, जालौन में 10 दिवसीय कार्यशाला के लिए डॉ एस पी बुधौलिया, ललितपुर में 7 दिवसीय कार्यशाला के लिए स्नेहा, महोबा में 10 दिवसीय कार्यशाला के लिए अंकित कश्यप और बांदा में 7 दिवसीय कार्यशाला के लिए आनंद किशोर लाल विशेषज्ञ होंगे। इसी तरह उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में विशेषज्ञ कार्यशालाओं में प्रशिक्षण देंगे। कार्यशालाओं में विषयवस्तु के रूप में मूवमेंट, आहार्य अभिनय, आंगिक अभिनय, वाचिक अभिनय, लोक नाट्य, राम लीला, नौटंकी, भगत, लोक संगीत, नाट्य संगीत, मास्क मेकिंग अथवा प्रॉपर्टी मेकिंग के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी।
रंग कार्यशाला के समन्वयक सारांश भट्ट ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अपनी तरह का यह अनूठा आयोजन होने जा रहा है। भारतेंदु नाट्य अकादमी लखनऊ की ओर से प्रस्तावित विशेषज्ञ संबंधित जिलों में स्कूल, कॉलेज अथवा संस्थान के साथ मिलकर यह कार्यशाला आयोजित करेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार
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